सूत्रों के अनुसार नगर निगम शिक्षा विभाग का भी एक दल बनाया जाएगा। इसमें निगम प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे। पिछले साल उपायुक्त अंजू सिंह और उनकी टीम ने कई स्कूलों में कार्रवाई की थी। इस बार भी उन्हें ही जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
जिले में 16 केंद्रों को संवेदनशील और 11 केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इन सभी केंद्रों में विभागीय स्तर पर एक-एक अतिरिक्त पर्यवेक्षक की नियुक्ति और 1-4 की गार्ड तैनात की जाएगी।
उडऩदस्ता दलों का गठन प्रश्न पत्रों के वितरण के बाद होगा। इसके लिए संकुल केंद्रों से प्राचार्यों, वरिष्ठ शिक्षकों, पीएसएम और डाइट से अमले की जानकारी ली जा रही है। उडऩदस्ता दल में 45 से 55 सदस्य होंगे। जबकि प्रशासनिक स्तर पर गठित होने वाले दल में 25 से 35 लोगों की तैनाती की जाएगी।
बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। नकल रोकने के लिए 17 दलों का गठन किया गया है, जो परीक्षा केंद्रों पर पैनी नजर रखेंगे।
एनके चौकसे, जिला शिक्षा अधिकारी
जबलपुर में ये है स्थिति
– 110 केंद्रों में होगी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा
– 16 केन्द्र संवेदनशील
– 8 शहरी क्षेत्र में
– 8 ग्रामीण क्षेत्र में
– 11 अतिसंवेदनशील केंद्र
17 फ्लाइंग स्क्वॉड – 10 शिक्षा विभाग के
– 7 जिला प्रशासन के
छात्र संख्या
51,330 छात्र बोर्ड परीक्षा में होंगे शामिल
30,244 छात्र दसवीं कक्षा के
21,086 छात्र बारहवीं कक्षा के
शहरी क्षेत्र के संवेदनशील केंद्र
शास. मॉडल स्कूल, शास. एमएलबी स्कूल, शास. उमावि अधारताल, शास. उमावि मेडिकल, शास. उमावि कन्या रानी दुर्गावती, शास. उमावि रामपुर, शास. उमावि कन्या करौंदीग्राम, एलएन यादव उमावि।
शास. उमावि बालक पनागर, शास. उमावि बीडी सिहोरा, शास. कन्या विद्यालय शहपुरा, शास. उमावि बालक पाटन, शास. उमावि कन्या पाटन, शास. उमावि बालक कटंगी, शा. उमावि चरगवां, शास. उमावि बेलखेड़ा