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सात शावक, तीन बाघिन, दो बाघ पहुंचे कटनी, दहशत में कट रहीं रातें

locationजबलपुरPublished: Jan 23, 2020 12:05:42 pm

Submitted by:

Lalit kostha

सात शावक, तीन बाघिन, दो बाघ पहुंचे कटनी, दहशत में कट रहीं रातें
 

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National Park

कटनी। घना जंगल, गर्मी के दिनों में पेयजल की सहज उपलब्धता और आहार के लिए पर्याह्रश्वत चीतल सहित अन्य वन्यप्राणी। जिले के वन क्षेत्र में ये ऐसी सुविधाएं हैं जो बाघों को रास आ रही है और जिले में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। फिलहाल जिले के अलग-अलग रेंज में तीन बाघिन का शावकों के साथ मूवमेंट है। इसमें एक बाघिन के तीन शावक हैं और दो बाघिन दो-दो शावकों के साथ विचरण कर रही हैं। दो बाघों का भी मूवमेंट जिले के वन क्षेत्र में है। शावकों को मिलाकर 12 से ज्यादा बाघों के मूवमेंट के बाद अब सुरक्षा बड़ी चुनौती है।

जिले के अलग-अलग सामान्य वनक्षेत्र में बाघिन कर रही कुनबे का विस्तार
सात शावकों के साथ तीन बाघिन और दो बाघों का मूवमेंट

जिले के चार में बाघों का मूवमेंट दर्ज किया गया है। इसमें विजयराघवगढ़, ढीमरखेड़ा, बरही-बड़वारा और बहोरीबंद रेंज शामिल हैं। बाघों का विचरण गांव के आसपास होने के बाद अब ग्रामीण दहशत में हैं। बाघ के मूवमेंट वाले गांव के लोग शाम होते ही घर से निकलना बंद कर देते हैं।

 

Panna Tiger Reserve

जिले के वनक्षेत्र में बाघों के मूवमेंट के बाद सुरक्षा के लिए अलग से टीम बनाई गई है। कर्मचारियों को मूवमेंट पर लगातार नजर रखने और ग्रामीणों को सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है। रबी सीजन में फसलों की सुरक्षा के लिए तार फेंसिंग में किसी भी स्थिति में करंट नहीं लगाने की जानकारी दी जा रही है। कर्मचारी नजर भी रख रहे हैं।
– आरके राय, डीएफओ

छतरपुर-पन्ना सहित आसपास के जिलों में बनेगा ‘बाघ कॉरिडोर’
पन्ना टाइगर रिजर्व के लैंड स्केप मैनेजमेंट प्लान में पन्ना जिले सहित इससे आसपास के जिले छतरपुर, दमोह, कटनी, सागर, सतना, रीवा और बांदा जिले के जंगल को शामिल किया गया है। इन जिलों के जंगलों में बाघों के लिए कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे, जिससे बाघों का आवागमन सुगम हो सके। फील्ड डायरेक्टर पन्ना टाइगर रिजर्व केएस भदौरिया ने बताया कि वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से वन अधिकारियों और विशेषज्ञों के दल से विचार लिए गए हैं। रिसर्चर काफी समय से गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे थे और उनसे चर्चा की थी।

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