पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक प्रायः बड़े स्टेशनों पर ही ध्यान दिया जाता रहा. छोटे रेलवे स्टेशनों पर कोई खास ध्यान नहीं दिया गया लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत आनेवाले 13 छोटे रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इन स्टेशनों पर सबकुछ बदल दिया जाएगा. रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन को सजाया संवारा जाएगा. यात्रियों की सुविधा के लिए सर्कुलेशन एरिया पर भी ध्यान दिया जाएगा. इसके साथ ही प्लेटफार्म पर भी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. रेलवे स्टेशनों के पास के ट्रैक के किनारे-किनारे पौधे रोपे जाएंगे. इन रेलवे स्टेशन तक के पहुंचने के मार्ग भी विकसित किए जाएंगे। रास्ते के दोनों छोर कुछ ज्यादा खुले रखे जाएंगे. कुल मिलाकर इन सभी रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा सुंदर, आकर्षक और सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है।
पश्चिम मध्य रेलवे ने रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प करने की योजना के लिए कुल 13 स्टेशनों को चुना है. इन स्टेशनों में जबलपुर भी शामिल है. इसके अलावा मंडल के मदनमहल, सतना, मैहर, करेली, पिपरिया,सागर, मकरोनिया, सिहोरा रोड, बीना मालखेड़ी, अमदरा, सरईग्राम और ब्यौहारी स्टेशन भी इस लिस्ट में हैं। पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत करीब 100 रेलवे स्टेशन आते हैं।
चुने गए रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा विकसित करने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। रेलवे ने इन स्टेशनों को सर्वसुविधायुक्त बनाने के लिए देशभर के आर्किटेक्ट और कंपनियों से प्रस्ताव बुलाए हैं। इसके साथ ही एनजीओ, सरकारी निगमों और निकायों, सामाजिक संस्थाओं से भी सहयोग मांगा है। स्टेशनों के आधुनिकीकरण और सौन्दर्यीकरण के लिए जबलपुर के डीआरएम कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है. इस संबंध में मंडल अभियंता को 7 अगस्त तक प्रस्ताव दिया जा सकता है।