शहर में कोरोना वायरस पॉजीटिव मिलते ही इस संक्रमण से बचने के लिए रहवासी क्षेत्रों से लेकर मुख्य बाजारों को सेनेटाइजिंग करने में नगर निगम अलर्ट हो गया है। सेनेटाइजेशन के तहत दवा छिडक़ाव में हैंड स्प्रिंकलर का उपयोग किया जा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी हैंड स्प्रे और वीकल लोडेड, फोल्ड फाउंडेड मशीनों से सेनेटाइजेशन में जुटे हुए हैं। निगम सीमा के 15 जोनों की मुख्य सडक़ों से लेकर रहवासी क्षेत्रों में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है।
सेनेटाइजेशन जरूरी विक्टोरिया अस्पताल के एमडी डॉ. संदीप भगत के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क से फैलता है। यह वायरस मैटल, लकड़ी आदि पर करीब 08 घंटे जीवित रह सकता है। ऐसी स्थिति में वायरस से बचाव के लिए शहर के सभी प्रमुख इलाकों का सेनेटाइजेशन आवश्यक है। आर सोलंकी सीएसआई कहते हैं कि मैलाथिन दवा को 1/6 में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें छह भाग पानी के साथ एक भाग दवा का होता है। गैस फार्म अभी सोडियम हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल हो रहा है, जिसे दस लीटर पानी में 500 मिलीलीटर मिलाया जा रहा है।
नहीं है ड्रोन स्प्रिंकलर से सेनेटाइजेशन नगर निगम के पास मौजूदा स्थिति में ड्रोन स्प्रिंकलर नहीं है, जिससे एक ही जगह पर बैठकर वार्डों के विभिन्न हिस्सों को सेनेटाइज्ड किया जा सकता। गौरतलब है कि इंदौर जैसे शहर में इसकी शुरूआत की थी, जिसे देखते हुए जबलपुर में भी इस तकनीक का इस्तेमाल करने की तैयारी थी लेकिन हालात बिगड़ते ही हैंड सेनेटाइजेशन ही किया जा रहा है।
एक्सपर्ट ओपेनियन रसायनज्ञ एचबी पालन के मुताबिक सेनेटाइजेशन के दौरान मैलाथिन दवा का छिडक़ाव द्रव रूप से बेहतर गैस फॉर्म में है। दवा छिडक़ाव में तरल पदार्थ जिस जगह डाला जाता है वह उसी जगह पर असर करता है लेकिन गैस रूप में यह जमीन पर डालने के साथ भवनों की उपरी मंजिल तक असरकारक होता है। वातावरण में मिश्रित होकर आसपास के एरिए को भी सेनीटाइज्ड कर देता है।
सेनेटाइजेशन की स्थिति 15 आरआरटी टीम 12 कर्मचारियों की टीम 200 कर्मचारी तैनात 150 हैंड स्प्रे मशीन 40 फोल्ड फॉगिंग मशीन 50 बैटरी ऑपरेटेड स्प्रे मशीन 35 पेट्रोल इंजन मशीन
22 वीकल लोडेड पॉवर स्प्रे मशीन 06 ट्रक माउंटेड मशीन 200 लीटर प्रतिदिन दवा का छिडक़ाव 3000 लीटर सेनेटाइजर उपलब्ध कोरोना पॉजीटिव क्षेत्र- लार्डगंज, गोलबाजार, फुहारा, कछियाना शहर के सभी इलाकों को रोजाना सेनेटाइज्ड करने 15 टीम लगी हैं। निगम के सभी वार्डों में सेनेटाइजेशन सतत किया जा रहा है, जिसका जिम्मा सीएसआई पर है।
– भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम