संशय में फंसी स्थिति
विश्वविद्यालय प्रशासन भी संशय में है कि सभी छात्रों को राष्ट्रपति के हाथों उपाधि मिलेगी या कुछ को यह उनपर निर्भर है। क्योंकि दीक्षांत में राज्यपाल के अलावा वाइस चांसलर भी उपाधि प्रदान करते हैं। हालांकि इसके पूर्व तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा सभी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई थी। विवि प्रशासन प्रयास कर रहा है कि अधिक से अधिक छात्रों को उपाधियां मिले।
170 शोध उपाधि, 65 मेडल होंगे वितरित
गौरतलब है कि दीक्षांत समारोह में 170 शोध उपाधियां छात्र-छात्राओं को प्रदान की जानी है। इसके अलावा 65 मेडल भी शामिल है जिसमें विभिन्न संकायों में छात्र-छात्राओं ने टॉप किया है। राष्ट्रपति के आगमन और उपाधि प्रदान किए जाने को देख अधिकांश छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय आने में अपनी हामी दी है। क्योंकि कई बार कई छात्र शहर से बाहर होने के कारण दीक्षांत में शामिल नहीं हो पाते हैं।
-हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति के हाथों से उपाधि प्राप्त हो। इस लिहाज से हम टाइम मैनेजमेंट पर भी काम कर रहे हैं ताकि समय बचाया जा सके।
-प्रो.कपिलदेव मिश्र, कुलपति रादुविवि