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जबलपुर के डॉक्टरों ने डेड बॉडी में की न्यूरो सर्जरी, मुरीद हुए विदेशी डॉक्टर

locationजबलपुरPublished: Sep 20, 2019 10:20:41 pm

Submitted by:

abhimanyu chaudhary

मेडिकल कॉलेज में 20 वीं न्यूरो एंडोस्कोपिक फेलोशिप, थ्रीडी स्क्रीन पर डॉक्टरों ने देखा लाइव सर्जरी

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जबलपुर, मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट में आयोजित 20 वीं न्यूरों एंडोस्कोपिक सर्जरी फेलोशिप में चौथे दिन शुक्रवार को द डेड टीच द लिविंग की टे्रनिंग हुई। इसमें डेड बॉडी पर सर्जरी कर हाईडिफिनेशन थ्रीडी स्क्रीन पर लाइव दिखाया गया। देश विदेश में 60 डॉक्टरों ने सर्जरी की टेक्निक सीखी।
कडैवर टे्रनिंग में 6 डेड बॉडी पर विभिन्न प्रकार की टेक्निक की सर्जरी की गई। दूरबीन के माध्यम से नाक के रास्ते ब्रेन टूमर तथा अन्य स्कलबेस की बीमारियों की सर्जरी टेक्निक बताई गई। न्यूरो सर्जरी में इनोवेशन एंड रिसर्च करने वाले डॉ. वायआर यादव के निर्देशन में न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने अत्याधुनिक कार्ल स्टोर्ज़ दूरबीन के माध्यम से टे्िरंनंग दी।
800 डॉक्टरों को दी गई ट्रेनिंग

फेलोशिप के सचिव डॉ. विजय परिहार ने बताया कि कडैवर ट्रेनिंग किसी भी आपरेशन सिखने का सबसे स्थापित तथा प्रामाणिक तरीका है। एनाटॉमी विभाग के सहयोग के कारण दस वर्षों से साल में दो बार आयोजित इस कार्यशाला से देश व विदेश के लगभग 800 से अधिक न्यूरोसर्जन को न्यूरोएंडोस्कोपी सर्जरी की टे्रनिंग दी गई है। सर्जरी के इनोवेशन देश विदेश के मरीजों की जान बचाई जा रही है।
विदेशी न्यूरो सर्जन की राय

इटली से आए न्यूरोसर्जन डॉक्टर ऐंजेलो लकनो ने बताया कि अत्यधिक सीमित सुविधाओं में इस तरह के अंतरराष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला आयोजित करना सराहनीय है। वही इराक़ से आए न्यूरोसर्जन सला मुस्तफ़ ा ने फ़ेलोशिप को उपयोगी बताया। वे इस तकनीक का उपयोग अपने देश के मरीज़ों के लिए करेंगे।
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