सरपट दौड़ती आयी ट्रेन न्यू कटनी जंक्शन से दो भाग में बंट गई। दो टैंकर लेकर एक इंजन सागर चला गया। बचे दो ऑक्सीजन टैंकर लेकर रेलगाड़ी शाम का लगभग 5.30 बजे भेड़ाघाट (जबलपुर) पहुंची। जहां स्टेशन पर बनाए गए विशेष रैम्प से ऑक्सीजन टैंकर अनलोड किए गए। नई खेप से अंचल में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध रहेगी। पश्चिम मध्य रेल के जनसम्पर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार के अनुसार कोरोना महामारी और संकट की इस घड़ी में राज्यों को उनकी आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन ढुलाई से जुड़े सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए रेलवे पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है।
पांच रेल कोच में 80 आइसोलेशन बिस्तर
पश्चिम मध्य रेल की ओर से कोरोना मरीजों को प्राथमिक उपचार की सुविधा मुहैया कराने के लिए पांच कोच में अस्सी आइसोलेशन बिस्तर बनाए जा रहे है। मदन महल स्टेशन के प्लेटफॉर्म-3 में 22 आइसोलेशन कोच का रैक खड़ा है। इसमें प्रारंभिक स्तर पर पांच कोच को कोविड मरीजों के आइसोलेशन के लिए अपडेट किया जा रहा है। जिला प्रशासन की पत्र मिलने के बाद रेलवे की ओर से पांच में ऑक्सीजन सिलेंडर, कूलर सहित अन्य व्यवस्थाएं की जा रही है। आवश्यकता होने पर कोरोना मरीजों के आइसोलेशन के लिए कोच का उपयोग किया जा सकेगा।