इस दौरान प्रदेश के सभी ताप विद्युत गृहों का लोड घटाकर जल विद्युत गृहों से सप्लाई की गई। मांग पुन: स्थिर होने पर ताप विद्युत गृहों से सप्लाई शुरू कर दी गई। स्टेट लोड डिस्पैच सेंंटर की वेबसाइट में लगातार मांग का ग्राफ प्रदर्शित होता रहा। बेवसाइट के अनुसार रात 8.40 बजे के बाद से प्रदेश में बिजली की मांग में गिरावट आनी शुरू हो गई थी। पहले मांग में 150 यूनिट की कमी आई। रात नौ बजे प्रदेश में बिजली की मांग साढ़े पांच हजार मेगावॉट तक पहुंच गई। रात 9.10 बजे और गिरावट आई जो 4897 मेगावॉट तक पहुंच गई। रात 9.15 बजे फिर से मांग बढऩी शुरू हुई।
1500 मेगावॉट था अनुमान
अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में बिजली की मांग 1200 से 1500 मेगावॉट कम होने का अनुमान था। रोशनी बंद होना शुरू हुई, तो 2400 मेगावाट तक पहुंच गई।
ऐसी रही मांग
प्रदेश में –
अधिकतम 7250
न्यूनतम 4850
मांग में गिरावट 2400
शहर में –
अधिकतम मांग 75
न्यूनतम मांग 51
मांग में गिरावट 24
(मांग मेगावॉट में)