काम करो या न करो मिलेगा पैसा
विवि द्वारा सभी कर्मचारियों को इसमें शामिल किया गया है जिन्हें वेतन के अलावा हर साल एक मुश्त रकम दी जाएगी क्योंकि कई कर्मचारी ऐसे हैं जो कि अतिरिक्त कार्य नहीं करते हैं। जिसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि प्रदेश में चुनाव आचार संहिता अभी लागू है विवि का कार्य क्षेत्र जबलपुर के अलावा कटनी, मंडला, बालाघाट, छिदंवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी आते हैं। कई जिलों में अभी चुनाव होने शेष हैं। ऐसे में आदेश जारी करने के लिए शासन एवं उच्च शिक्षा विभाग से निर्णय लेना था लेकिन विवि प्रशासन ने ऐसा नहीं किया।
विवि की माली हालत खराब, कहां से आएगा पैसा
विश्वविद्यालय प्रशासन की वैसे ही माली हालत खराब है। शासन से 7 करोड़ की ग्रांट नहीं मिल रही है। वहीं दूसरी हर साल इस भत्ते से 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार विश्वविद्यालय प्रशासन पर आएगा। इस राशि की व्यवस्था कहां से की जाएगी। लेकिन इसका बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
-निर्णय लेने के पूर्व वर्तमान परिस्थितियों से विवि प्रशासन को अवगत कराया गया था। समन्वय समिति में मंजूरी के बाद ही आदेश लागू होना चाहिए। आदेश कैसे जारी कर दिए इस संबंध में जानकारी नहीं है।
-सुरेश कतिया, फाइनेंस कंट्रोलर रादुविवि
– आचार संहिता लागू है ऐसे में आदेश जारी नहीं हो सकते। इसके लिए शासन की मंजूरी लेना भी आवश्यक है। विभाग इस पर आपत्ति लेगा।
-एवी पाठक, संयुक्त संचालक संपरीक्षा विभाग