3.5 लाख मैसेज रादुविवि ने किए
रानी दुर्गावती विश्वविद्याल में इसके लिए तीन सदस्यीय ऑनलाइन टीम गठित की गई। प्रो.विवेक मिश्रा, ऑनलाइन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ.आरके गुप्ता एवं रादविवि कम्प्यूटर सेंटर प्रभारी डॉ.अजय गुप्ता के नेतृत्व में 2.25 लाख छात्र-छात्रओं को एसएमएस किया गया तो वहीं 1.25 लाख छात्र-छात्राओं को वॉटसअप से जोडकऱ मैसेज किए गए।
2.5 लाख से अधिक छात्रों को वीयू ने जोड़ा
वेटरनरी विश्वविद्यालय ने भी इस कार्य के लिए स्पेशल आईटी टीम का गठन किया। इस दौरान करीब 2.5 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को कनेक्ट किया। इसमें 1 लाख 11 हजार 245 छात्रों तक एसएमएस एवं 96 हजार 591 छात्रों को वॉटसअप के माध्यम से मैसेज किए गए। वेटरननरी विश्वविद्याल के अंर्तत जबलपुर, रीवा और महू के कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को जोड़ा गया।
कृषि विवि भी नहीं पीछे
कृषि विवि 3 लाख छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय भी छात्रों को जोडऩे में पीछे नहीं रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन की स्पेशाल टीम के द्वारा 16 ग्रुपों के माध्यम से कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओ को करीब 45 हजार मैसेज वाटसअप और करीब 2.5 लाख एसएमएस बल्क में भेजे। डीएसडब्ल्यू डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि इसके लिए अलग अलग ग्रुप बनाए गए हैं। मोबाइल एसएमएस, वाटस के अलावा बल्क एसएमएस के द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी भेजी गई।
वर्जन
-कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए छात्रों को जागरुक करने की पहल कर रहे हैं। करीब 3.5 लाख मैसेज विवि और कॉलेजों के माध्यम से छात्रों तक किए गए हैं।
-प्रो.कपिल देव मिश्र, कुलपति रादुविवि
-वेटरनरी विवि द्वारा छात्र छात्राओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए हम सभी तरह के ऑनलाइन माध्यमों से संदेशों को प्रसारित कर रहे हैं।
-डॉ.एसपी तिवारी, कुलपति वीयू