दर्द से कराहती गाय निढाल होकर सडक़ पर गिर गई। यह तकलीफ क्षेत्रीय लोगों को देखी नहीं गई। तत्काल लोगों ने पशु चिकित्सकों को बुलाया और गाय का सफल ऑपरेशन कर जान बचाई। चिकित्सक भी यह देखकर हैरान रह गए जब गाय के पेट के अंदर से करीब 30 किलो पॉलीथिन पाई गई। क्षेत्रीय निवासी गुड्डा भोजक, कुंजी जोहरी ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र में एक लावारिश गाय दर्द से तड़प रही थी। गाय निढाल होकर बैठ गई। गौमाता की इस तकलीफ को देखकर उन्होंने तत्काल पशु चिकित्सकों से संपर्क साधने की कोशिश की। गाय को अस्पताल तक ले जाना मुमकिन नहीं था। ऐसे में कोतवाली थाने के पीछे अखाड़े के पास ही चिकित्सक डॉ. शिवम जार, डॉ.साहिल ठाकुर, टैक्नीशियन साईनाथ, सौरभ उइके आदि ने मिलकर गाय का सफल ऑपरेशन किया। सुबह करीब 11.30 बजे ऑपरेशन शुरू किया गया जो करीब दो घंटे तक चला।
पॉलीथिन आंतों में फंस गई गौमाता के ऑपरेशन के दौरान पेट से एक के बाद एक पॉलीथिन निकलती देखकर लोग हैरान रह गए। यह पॉलीथिन अघुलनशील होने के कारण पेट की आंतो में फंस गई थी। यदि नहीं निकाला जाता तो गाय की मौत हो सकती थी। पेट के अंदर पॉलीथिन चिपककर एक गोले की तरह हो गई थी जिसे बड़ी मुश्किल के साथ निकाला गया। चिकित्सकों ने कहा कि दुकानों, घरों के बाहर सडक़ किनारे पॉलीथिन में कचरा फेंकने के कारण गाय इसका शिकार हो रही हैं। कई गायों को समय पर इलाज न मिलने के कारण दम तोड़ देती हैं। लोगों से आग्रह किया कि पॉलीथिन को सडक़ पर बाहर न फेंके।
रोजाना कई गायें हो रही बीमार
विशेषज्ञों के अनुसार सडक़ पर फैली पॉलीथिन को खाने से रोजाना सैकड़ों की संख्या में गाय बीमार पड़ रही हैं। कुछ गायें जहां पशु चिकित्सालयों में इलाज के लिए पहुंच रही हैं तो वहीं ग्रामीण् क्षेत्रों में गायें इलाज के अभाव में दम तोड़ रही हैं। कुछ दिनों पहले शहरी सीमा क्षेत्र में एक गाय ने पेट दर्द के चलते दम तोड़ दिया। जांच में पता चला कि उक्त गाय के पेट में भारी संख्या में पॉलीथिन खाने के चलते स्टोमक और आंते खराब होने के कारण मौत हो गई थी।
विशेषज्ञों के अनुसार सडक़ पर फैली पॉलीथिन को खाने से रोजाना सैकड़ों की संख्या में गाय बीमार पड़ रही हैं। कुछ गायें जहां पशु चिकित्सालयों में इलाज के लिए पहुंच रही हैं तो वहीं ग्रामीण् क्षेत्रों में गायें इलाज के अभाव में दम तोड़ रही हैं। कुछ दिनों पहले शहरी सीमा क्षेत्र में एक गाय ने पेट दर्द के चलते दम तोड़ दिया। जांच में पता चला कि उक्त गाय के पेट में भारी संख्या में पॉलीथिन खाने के चलते स्टोमक और आंते खराब होने के कारण मौत हो गई थी।