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बोर्ड परीक्षा के लिए 30 हजार टेबिल कुर्सी की जरूरत

locationजबलपुरPublished: Jan 24, 2020 12:36:35 pm

Submitted by:

Mayank Kumar Sahu

25 फीसदी स्कूलों में पर्याप्त फर्नीचर नहीं, इस बार 52 हजार से अधिक परीक्षार्थियों की बैठक की करनी है व्यवस्था
 

फैक्ट फाइल

-52774 परीक्षार्थी

-30854 हाईस्कूल छात्र

-21924 हायर सेकेंडरी छात्र

-107 परीक्षा केंद्र

-30 केंद्रों में फर्नीचर की कमी

-14 केंद्र संवेदनशील

जबलपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर इस बार परीक्षा केंद्रों में फर्नीचर की कमी मुहं बायं हुई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने भले ही परीक्षा केंद्रों का निर्धारण कर लिया हो लेकिन फर्नीचर के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। शहर के करीब 25 फीसदी से अधिक परीक्षा केंद्रों में फर्नीचर की समस्या खड़ी है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा के दौरान छात्राओं को जमीन पर बैठकर प्रश्न पत्र हल करना होगा। जिले में फर्नीचर की समस्या को लेकर अधिकारियों के हाथ पांव फूल रहे हैं क्योंकि पिछले वर्ष हुई परीक्षा में कई परीक्षा केद्रों में छात्रों को जमीन पर बैठक परीक्षा देने विवश होना पड़ा था।

30 हजार फर्नीचर की आवश्यकता

जानकारों के अनुसार जिले के 107 परीक्षा केंद्रों में करीब 30 हजार टेबिल कुर्सियों की आवश्यकता है। जबकि विभाग के पास पर्याप्त फर्नीचर नहीं है। क्योंकि हाल ही में हुए विधानसभा एवं राज्यसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में फर्नीचर निर्वाचन कार्यों में चला गया। कुछ फर्नीचर जहां टूट फूटन के कारण खराब हो गया तो वहीं कई स्कूलों में फर्नीचर ही यहां वहां हो गया।

90 फीसदी सरकारी स्कूल

बोर्ड परीक्षा में 85 फीसदी परीक्षा केंद्र सरकारी स्कूलों को बनाया गया है। सरकारी स्कूलों मे वैसे ही फर्नीचर की कमी है। दूसरी और प्राइवेट स्कूलों की भी सीबीएसई की परीक्षाएं इसी दौरान होने के चलते स्कूलों से फर्नीचर प्राप्त करना आसान नहीं होगा। इसे लेकर विभाग के अधिकारियों की सांसे फूल रहीं हैं

छात्रों के लिए भी करना है व्यवस्था

इस बार पांचवीं एवं आठवीं बोर्ड आधार पर हो रही परीक्षा में हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों को केंद्र बनाया जाना है। करीब 37 हजार परीक्षार्थियों की भी बैठक व्यवस्था विभाग को करनी होगी। इन छात्रों के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया जाना बाकी है। ऐसे में इन छात्रों को जमीन पर बैठकर परीक्षा देने विवश होना पड़ेगा।

-परीक्षा केंद्रों में फर्नीचर की आवश्यकता का आंकलन कराया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि परीक्षाओं में कोई भी बच्चा जमीन पर बैठकर परीक्षा न दे।

-आरके बधान, परीक्षा प्रभारी

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