scriptप्रदेश के 34 हजार अध्यापकों की सैलरी पर संकट के बादल, वेतन मिलने में हो सकती है देरी | 34 thousand teachers in madhya pradesh will get delayed salary | Patrika News

प्रदेश के 34 हजार अध्यापकों की सैलरी पर संकट के बादल, वेतन मिलने में हो सकती है देरी

locationजबलपुरPublished: May 21, 2019 01:34:12 am

Submitted by:

abhishek dixit

नई व्यवस्था से मिलना है वेतन, अधिकांश का डाटा नहीं हुआ अपडेट

salary issue in mdsu

salary issue in mdsu

जबलपुर. प्रदेश के करीब दो लाख 34 हजार अध्यापकों के वेतन की नई व्यवस्था फिलहाल संकट में है। ऐसे में उन्हें वेतन मिलने में परेशानी हो सकती है। जबलपुर सम्भाग के करीब 20 हजार अध्यापक इससे प्रभावित हो सकते हैं। दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग ने अध्यापकों का केडर चेंज कर उन्हें राज्य स्कूल शिक्षा सेवा में नियुक्त किया है। अध्यापकों की वेतन व्यवस्था बदलकर अब ट्रेजरी के माध्यम से की जा रही है। जबकि, करीब अब तक 1 लाख अध्यापकों का डाटा ही अपडेट हो सका है। करीब 1.30 लाख अध्यापकों का डाटा अपडेट होना शेष है। इसके बाद एम्प्लाइज कोड के आधार पर अध्यापकों को सातवें वेतनमान का लाभ भी दिया जाएगा।

यह फीड करनी है जानकारी
एजुकेशन पोर्टल पर टीएएमएस पर अपडेट डाटा विकल्प के माध्यम से जानकारियां अपडेट की जानी हैं। इसमें पिता, पति का नाम, बैंक, आइएफसीएससी कोड, बैंक एकाउंट नंबर, इ-मेल आइडी, एड्रेस, कांटेक्ट नम्बर, पेन कार्ड जैसी जानकारियां अपडेट होना हंै। संकुल प्राचार्यों को आइडी पासवर्ड का उपयोग कर डाटा अपडेट करना होगा। कोषालय द्वारा उपलब्ध कराए गए फार्मेट में फील्ड की जानकारी पोर्टल पर दर्ज ही नहीं है, जिससे एम्प्लाइज कोड जनरेट नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में नए सिरे से जानकारी एकत्रित कर कवायद में विभाग जुटा है।

अनुदान मद से मिलता था वेतन
अभी तक अध्यापकों को अनुदान मद से वेतन का भुगतान किया जाता था। जिससे कई बार वेतन आहरण में परेशानियां आती थीं। वेतन विलम्ब से मिल पाता था। नई व्यवस्था में निश्चित तारीख को वेतन प्राप्त होगा।

विभाग द्वारा नए केडर के तहत वेतन की व्यवस्था लागू की जा रही है। इससे अब अध्यापकों को वेतन लेट होने जैसी शिकायत नहीं रहेगी। डाटा अपडेट करने के लिए सभी संकुल प्राचार्यों को निर्देशित किया है।
सुनील नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी

केडर बदलने से अध्यापकों को शासकीय कर्मचारी की तरह ट्रीट किया जाएगा। हालांकि जिले में डाटा अपडेट करने की गति बेहद सुस्त है। फील्ड की जानकारी अपलोड नहीं है।
नरेंद्र त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष राज्य अध्यापक संघ

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो