जिला आपूर्ति विभाग का स्टाफ भी पात्रता पर्ची नहीं आने की बात कहकर कुछ दिनों बाद आने के लिए कह देता है। जिले में वर्तमान में करीब 994 राशन की दुकानें हैं। इनमें 4 लाख 430 से ज्यादा कार्डधारी पंजीकृत हैं। इनमें गरीबी रेखा से नीचे, अन्त्योदय योजना और प्राथमिकता श्रेणी सभी प्रकार के श्रेणियों के लाभार्थी शामिल हैं। विधानसभा चुनाव से पहले चार हजार से ज्यादा कार्ड बनाए गए थे। उनमें से 90 फीसदी से ज्यादा के पास अभी तक पात्रता पर्ची नहीं पहुंची।
भोपाल से नहीं आ रही पर्ची
भोपाल से नहीं आ रही पर्ची
कई लोग ऐसे हैं जो बीते तीन से चार महीने से कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। महिलाएं अपने बच्चों को लेकर आती हैं। घंटों लाइन में लगने के उपरांत उन्हें स्टाफ भोपाल से पर्ची जनरेट नहीं होने की बात कह देता है। इन कार्डधारियों को गेहूं और चावल के अलावा कैरोसिन तेल मिलता है। वर्तमान में इसमें चना को जोड़ दिया गया है। लेकिन पात्रता पर्ची के बगैर राशन दुकान संचालक उन्हें एक दाना अनाज भी नहीं देता। ऐसे में इन गरीबों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। वह आपूर्ति अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगाने के लिए मजबूर हैं।
12 हजार कटे थे नाम
जिला प्रशासन ने करीब तीन साल पहले राशन कार्ड की जांच कराई थी। इनमें पात्र एवं अपात्रों कार्डधारियों की सूची तैयार कराई गई थी। इस कार्रवाई में 12 हजार से ज्यादा ऐसे नाम मिले थे जो राशन कार्ड और उसमें मिलने वाली सुविधाओं के लिए अपात्र थे। इनके नाम कार्ड की सूची से अलग कर दिए गए थे। कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसी आधार पर वह भी कार्यालय आकर पात्रता पर्ची की जानकारी लेते हैं। इसलिए रोजाना भीड़ बढ़ जाती है।
जिला प्रशासन ने करीब तीन साल पहले राशन कार्ड की जांच कराई थी। इनमें पात्र एवं अपात्रों कार्डधारियों की सूची तैयार कराई गई थी। इस कार्रवाई में 12 हजार से ज्यादा ऐसे नाम मिले थे जो राशन कार्ड और उसमें मिलने वाली सुविधाओं के लिए अपात्र थे। इनके नाम कार्ड की सूची से अलग कर दिए गए थे। कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसी आधार पर वह भी कार्यालय आकर पात्रता पर्ची की जानकारी लेते हैं। इसलिए रोजाना भीड़ बढ़ जाती है।
पात्र हितग्राहियों की पात्रता पर्ची उन्हें समय पर मिल जाए इसका प्रयास किया जा रहा है। आचार संहिता के कारण यह काम धीमा हुआ था। इस काम के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। संभवत: 15 फरवरी तक पर्चियां आ जाएंगी।
सीएस जादौन, जिला आपूर्ति अधिकारी