संसाधनों की कमी
डुमना एयरपोर्ट पर साल दर साल यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी के बावजूद संसाधनों की कमी बनी हुई है। डुमना एयरपोर्ट विस्तारीकरण की कवायद काफी सुस्त गति से चल रही है। यहां से नई हवाई सेवाएं शुरू करने की कतार में कई कम्पनियां खड़ी हैं। जूम के बाद स्पाइस जेट भी कोलकाता के लिए नई उड़ान सेवा शुरू करने जा रही है। दूसरी ओर यात्रियों को फ्री-वाई-फाई, अत्याधुनिक शौचालय सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
फ्लाइटों की आवाजाही भी बढ़ी
डुमना एयरपोर्ट पर फ्लाइटों की आवाजाही भी बढ़ी है। एक अप्रैल से 31 दिसम्बर 2017 के बीच 2838 फ्लाइटों का मुवमेंट हुआ। इस दौरान पीएम से लेकर कई राज्यों के सीएम के विशेष विमानों ने डुमना एयरपोर्ट का रुख किया। वर्ष 2016-17 में विमानों की आवाजाही सिर्फ 2102 थी, जो 35 प्रतिशत कम थी।
चार दिसम्बर 2015 में डुमना एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट विमान हादसे के बाद लाइसेंस निलम्बित हुआ था। वर्ष 2015 में दिसम्बर में सिर्फ 54 फ्लाइटों का मुवमेंट हुआ था। यात्रियों की संख्या 3194 रही। मगर फिर से एयर लाइसेंस बहाली के बाद डुमना एयरपोर्ट पर लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिसम्बर 2016 में 262 फ्लाइटों की आवाजाही हुई। इस दौरान 15284 यात्रियों ने हवाई सफर किया। दिसम्बर 2017 में विमानों के मुवमेंट में 64.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। कुल 430 फ्लाइटों ने लैंड व उड़ान भरने डुमना एयरपोर्ट का रूख कीं। इस दौरान 21 हजार 486 यात्रियों ने सफर किया। यात्रियों के लिहाज से ये बढ़ोत्तरी 40.6 प्रतिशत है।
डुमना एयरपोर्ट के डायरेक्टर, रामतनु साहा ने बताया कि एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं की बढ़ोत्तरी यात्रियों के बीच हुए सर्वे रिपोर्ट में हो चुका है। पिछले छह महीने में 0.22 प्रतिशत यात्रियों की सुविधाओं को लेकर संतुष्टि बढ़ी है। यही कारण है कि लोग हवाई सेवाओं को तरजीह दे रहे हैं। इस महीने एक और फ्लाइट शुरू होने जा रही है। एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं की दिशा में कई सारे काम एक साथ चल रहे हैं।