आरोपियों ने एक वर्ष के अंदर थाना पाटन, शहपुरा, सिहोरा, गोसलपुर, पनागर, चरगवां, तिलवारा अन्तर्गत गांवों में रैकी कर अपने साथी समीम एवं बिरजू के साथ मिलकर घर की दीवार में छेद कर सोने, चांदी के जेवर एवं नकदी चुराना स्वीकार किया। आरोपियों के बताए अनुसार तस्दीक की गयी तो थाना पाटन के अपराध क्रमांक 241/19 धारा 457.380 ता.हि. अपराध क्रमांक 294/19 धारा 457.380 ता.हि. , अपराध क्रमांक 498/19 धारा 457.380 ता.हि. एवं थाना शहपुरा के अपराध क्रमांक 223/19, थाना पनागर के अपराध क्रमांक 393/19, 417/19 , थाना गोसलपुर के अपराध क्रमांक 195/19, थाना सिहोरा के अपराध क्रमांक 236/19, थाना चरगवां के अपराध क्रमांक 152/19 थाना तिलवारा के अपराध क्रमांक 195/19 में अपराध पंजीबद्ध होना पाया गया। पकडे गए आरोपियों की निशादेही पर चुराए गए सोने के जेवर वजनी लगभग 30 तोला, एवं चांदी के जेवर वजनी लगभग साढ़े तीन किलो कुल कीमती 15 लाख रुपए के जेवर एवं चोरी की वारदात में प्रयुक्त जीप क्रमांक एमपी 21 सीए 1021 कीमती 5 लाख रुपए बरामद करते हुए फरार समीम, बिरजू की तलाश जारी है। उल्लेखनीय है कि पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ पर आसपास के जिलों कटनी, उमरिया, शहडोल, सागर, नरसिंहपुर, में चोरियां करना स्वीकार किया है, सम्बंधित जिलों को इनके पकड़े जाने की सूचना दी गयी है, जिले में अन्य चोरी की वारदातों पूछताछ के लिए आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड में लिया जा रहा है।
चोरी का तरीका
आरोपियों ने बताया कि वह घूम-घूमकर अलग-अलग स्थानो पर कपड़े बेचने का काम करते थे, उसी दोरान रैकी करते थे। इसके बाद सभी मिलकर योजनाबद्ध तरीके से सेंध लगाकर चोरी करते थे। घटना में प्रयुक्त चार पहिया वाहन जहां वारदात करते थे उससे 1-2 किमी. दूर रखते थे। घटना के बाद पैदल चलकर गाड़ी तक पहुंचते थे, फिर गाड़ी से रात्रि मे ही अपने घर पहुंच जाते थे।
पकडऩे में उल्लेखनीय भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी पाटन शिवराज सिंह, उप निरीक्षक अर्चना सल्लाम, सतीश अनुरागी, पीएसआई अरूणपाल, योगेन्द्र सिंह, सउनि. टीकाराम प्रजापति, आरक्षक मुकेश, नीलेश, दशरथ, मोहन सल्लाम, एवं क्राइम ब्रांच के राजेश शुक्ला , प्रधान आरक्षक . धनंजय सिंह , विजय शुक्ला, प्रमोद पाण्डेय, आर. बीरबल , दीपक राममिलन, रामसहाय, महेन्द्र , ज्ञानेन्द्र, एवं साइबर सेल के दुर्गेश, नितिन जोगी, जयंत इवनाती की सरहानीय भूमिका रही।