मोबाइल पर जालसाज का कॉल आया था
स्टेट साइबर सेल में शिकायत करने वाले तिवारी दम्पती का गढ़ा में लड़कियों का हॉस्टल है। एक मई को उनके मोबाइल फोन पर जालसाज का कॉल आया था। उसने खुद का परिचय अजय अग्रवाल के तौर पर दिया और बताया कि वह एक नामी संचार कम्पनी के टावर लोगों की छतों पर लगाता है। उसने हॉस्टल की छत पर टावर लगाने का ऑफर दिया। बताया कि इसके एवज में हर महीने 30 हजार रुपए की कमाई होगी। उसने हॉस्टल की छत और आधार कार्ड की फोटो खींच कर मंगाई। जालसाज ने प्रक्रिया पूरी करने के तौर पर 50 हजार रुपए धरोहर राशि दिल्ली स्थित फेडरल बैंक में जमा कराई। इसके बाद से जालसाज का मोबाइल नम्बर बंद बता रहा है। स्टेट साइबर सेल प्रभारी हरिओम दीक्षित ने बताया कि जांच में जालसाज का दिल्ली निवासी होने का पता चला है। एक बैंक खाते से जालसाज तक पहुंचने की कोशिश जारी है।
दो घरों से जेवर नकदी समेट ले गए
माढ़ोताल व भेड़ाघाट थाना क्षेत्र में चोर दो घरों से जेवर, नकदी समेट ले गए। माढ़ोताल पुलिस के अनुसार लमती निवासी अधिवक्ता प्रशांत चौरसिया रविवार रात सो गया था। सोमवार सुबह नींद खुली, तो अलमारी टूटी थी। उसमें रखे हजार रुपए, सोने की चेन, अंगूठी, चांदी की पायल व अन्य जेवर गायब थे। उधर, भेड़ाघाट थाने में बिलखिरिवा निवासी अमित पटेल ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई कि वह परिवार के साथ पौड़ी स्थित ससुराल चला गया था। सुबह लौटा, तो घर के साइड वाला दरवाजा उड़का मिला। कुंदा टूटा था। किचन में रखी अलमारी का लॉकर टूटा था। उसमें रखे सोने के चार कंगन, दो हार, एक जोड़ झुमकी, अंगूठी, गायब थी।