script7500 फर्जी सिम पर एक्टीवेट मिले ई-वॉलेट, लाखों का ट्रांजेक्शन | 7500 fake SIM e-wallets found active, transactions worth millions | Patrika News

7500 फर्जी सिम पर एक्टीवेट मिले ई-वॉलेट, लाखों का ट्रांजेक्शन

locationजबलपुरPublished: Dec 18, 2019 12:42:43 am

Submitted by:

santosh singh

fake SIM:सायबर सेल ने जारी किया नोटिस

sim_card.jpg

fake sim card caught in jabalpur

जबलपुर. नामी संचार कम्पनियों के दो क्षेत्रीय अधिकारी और तीन एजेंट की गिरफ्तारी के बाद 10 हजार फर्जी तरीके से एक्टीवेटेड सिम को लेकर रोज खुलासे हो रहे हैं। राज्य सायबर पुलिस जोन की जांच में पता चला कि इसमें से 7500 सिम पर एयरटेल मनी और पेटीएम वॉलेट एक्टीवेट थे। अब सभी को बंद करा दिए गए हैं। सभी वॉलेट में पैसों की बड़ी राशि का ट्रांजेक्शन किया गया है। जयपुर और पुणे में जिस तरह दो ठगी के प्रकरण सामने आ चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इन सिमों का प्रयोग भी ठगी की रकम के ट्रांसफर में किया गया होगा। दोनों वॉलेट कम्पनियों से ट्रांजेक्शन वाली रकम की जानकारी मांगी गई है। वहीं जानकारी न देने पर एक संचार कंपनी को नोटिस जारी किया है।
प्रदेश भर से मांगी गई जानकारी
राज्य सायबर सेल ने सभी सिमों की विस्तृत जानकारी पुलिस मुख्यालय को भेज दी है। जिससे यह पता लगाया जा सके कि इन सिमों का प्रदेश में किस-किस थानों में ठगी में प्रयोग हुआ है। इसके बाद इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई होगी। गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से कई अहम जानकारियां सामने आई थी। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार हुए रांझी निवासी निशांत पटेल 2015 से फर्जी पते पर एक्टिवेटेड सिमों को देश के अलग-अलग राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड, दिल्ली, बिहार आदि राज्यों में बेच रहा था। अब तक उसने 30 हजार से अधिक सिमें बेच चुका है। 10 हजार तो उसने 2019 में बेची हैं।
एक्सल सीट में भेजी गई जानकारी
राज्य सायबर पुलिस ने सभी 7500 सिमों की विस्तृत जानकारी एक्सल सीट पर सायबर और पुलिस मुख्यालय को प्रेषित किया है। इस मामले में राज्य सायबर सेल ने अंसार मोहल्ला निवासी इमरानुल हक की शिकायत पर भी एक और एफआईआर दर्ज की है। इसमें आरोपियों के खिलाफ 419, 465, 468, 471, 120बी, 66सी, 66डी आईटी एक्ट प्रकरण दर्ज किया गया है। एसपी अंकित शुक्ला ने बताया कि मामले में आईडिया-वोडाफोन कम्पनी को नोटिस जारी किया गया है। कम्पनी फर्जी पते पर जारी किए गए सिमों की विस्तृत जानकारी मुहैया नहीं करा रही है।
यह है मामला-
10 दिसम्बर को स्टेट सायबर सेल की टीम ने रांझी निवासी सेल्स मैनेजर रितेश कनौजिया व विजय नगर इंदौर निवासी रोहित बजाज, न्यू आनंद नगर रजा चौक अधारताल जबलपुर निवासी सेल्स एजेंट अशफाक अहमद, बलदेवबाग निवासी अमित सोनी व रांझी निवासी निशांत पटेल को गिरफ्तार करते हुए फर्जी तरीके से एक्टिवेट किए गए 10 हजार सिम को देश भर के अलग-अलग राज्यों में बेचे जाने का खुलासा किया था। एक वर्ष से चल रहे इस फर्जीवाड़े में सेल्स एजेंट आकाश अहिरवार व सागर पटेल की तलाश जारी है। यह फर्जीवाड़ा एक वर्ष से चल रहा था।

ट्रेंडिंग वीडियो