किसानों की सूची पंचायतों में चस्पा की जा रही है
जय किसान ऋण मुक्ति योजना के तहत लाभ लेने के लिए किसानों के आधार नंबर बैंक खातों से लिंक कराए जारहे हैं। इसी आधार पर कर्ज संबंधी जानकारी भी एकत्रित की जा रही है। हालांकि जिन किसानों के आधार नंबर बैंक खातों से लिंक नहीं हैं उन्हें इसका फायदा मिलना मुश्किल होगा। इस काम को 20 फरवरी तक पूर्ण कराया जा रहा है। ज्ञात हो कि कर्जमाफी योजना का ज्यादा लाभ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक से संबद्ध प्राथमिक कृषि साख समितियों जिले में कुल किसानों की संख्या 2 लाख 200 से ज्यादा है। कर्जदार किसानों से फॉर्म भराए जा रहे हैं। जिला सहकारी बैंक में किसान ज्याके किसानों को मिलना है।
एसबीआई में ज्यादा अधिक संख्या
बैंक से संबद्ध जिले के किसानों की संख्या 25 हजार 745 है। इनका लगभग 225 करोड़ रुपए कर्ज माफ होगा। इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में कर्जदार किसानों की संख्या 3 हजार 5 सौ से ज्यादा है। एसबीआई में ज्यादा अधिक संख्यासहकारी बैंकों के अलावा राष्ट्रीयकृत बैंकों में कर्जदार किसानों की सबसे ज्यादा संख्या एसबीआई में है। यह करीब 40 हजार से अधिक है। बांकी संख्या दूसरे राष्ट्रीयकृत बैंकों की है। इनकी सूची भी बैंकों के द्वारा दी जा रही है । हालांकि अभी भी इस संख्या को अपडेट करने की प्रक्रिया चल रही है। इन बैंकों का भी करीब 180 करोड़ कर्ज माफ होगा।
400 करोड़ ऋण माफ होगा
शासन की जय किसान ऋण मुक्ति योजना के तहत सभी पात्र किसानों को लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक जिले में लगभग 75 हजार किसान चिहिन्त किए हैं जिन्हें इसका लाभ मिलेगा। इनका करीब 400 करोड़ ऋण माफ होगा।
छवि भारद्वाज, कलेक्टर