धान खरीदी की एंट्री 19 जनवरी तक पोर्टल पर की गई है। उसके बाद पोर्टल बंद हो गया था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में ऐसे किसान रह गए, जिनकी उपज पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी थी। किसानो ंकी मांग पर दोबारा पोर्टल खोलने का निर्णय लिया गया, लेकिन प्रदेश शासन का सर्कु लर जारी हुआ कि जिन किसानों को 17,18 जनवरी के पहले टोकन जारी हुआ था, उनकी उपज ही पोर्टल पर दर्ज होना है। इसके कारण बड़ी संख्या में किसानों की उपज की एंट्री नहीं हो सकी है।
सीएस जादौन, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक