script… एक पोर्टल ने किसानों को गुस्से में ला दिया | ... a portal made the farmers angry | Patrika News

… एक पोर्टल ने किसानों को गुस्से में ला दिया

locationजबलपुरPublished: Mar 13, 2019 01:45:12 am

Submitted by:

shyam bihari

धान की तौल नहीं हो पा रही दर्ज, रबी सीजन तक खरीफ की उपार्जन प्रक्रिया नहीं हो सकी पूरी

Farmers pay 12 crores of dues

Farmers pay 12 crores of dues

जबलपुर। रबी सीजन की उपज मंडी में आने को तैयार है, लेकिन अब तक खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान के उपार्जन की प्रक्रिया ही पूरी नहीं हो सकी है। दरअसल, खरीदी केन्द्रों में धान की तौल पूरी हो चुकी है, लेकिन सिहोरा-मझौली क्षेत्र के 13 खरीदी केंद्रों में रखी उपज का डाटा उपार्जन के लिए बनाए गए पोर्टल में अब तक दर्ज नहीं हो सका है। इस कारण धान का परिवहन नहीं हो पा रहा है।
69 हजार क्विंटल धान खरीदी केंद्रों में रखी
खरीदी केंद्रों में 69 हजार क्विंटल धान रखी हुई है। इसका डाटा पोर्टल पर दर्ज न हो पाने के कारण परिवहन नहीं हो रहा है, जिससे किसानों का भुगतान भी अटक गया है। किसान प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार को बड़ी संख्या में पीडि़त किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और समस्या के तत्काल निराकरण की मांग की। किसानों ने प्रदेश सरकार और प्रशासन के रवैये के प्रति जमकर नाराजगी जताई।

धान खरीदी की एंट्री 19 जनवरी तक पोर्टल पर की गई है। उसके बाद पोर्टल बंद हो गया था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में ऐसे किसान रह गए, जिनकी उपज पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी थी। किसानो ंकी मांग पर दोबारा पोर्टल खोलने का निर्णय लिया गया, लेकिन प्रदेश शासन का सर्कु लर जारी हुआ कि जिन किसानों को 17,18 जनवरी के पहले टोकन जारी हुआ था, उनकी उपज ही पोर्टल पर दर्ज होना है। इसके कारण बड़ी संख्या में किसानों की उपज की एंट्री नहीं हो सकी है।
सीएस जादौन, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक

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