जबलपुरPublished: Sep 27, 2021 06:26:40 pm
Sanjay Umrey
दयोदयतीर्थ में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने कहा
Aachary Vidhyasagar Maharaj in Jabalpur
जबलपुर। संस्कार अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन बीजारोपण से लेकर संस्कार के बीज को संरक्षण देते हुए समय पर उसका बीजारोपण करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
कहावत है बीजराख फल भोग में जो किसान जग माही यह एक स्थानीय परंपरा है। यह पंक्ति उन किसानों के लिए लिखी गई है, किसान आप लोगों के सामने आदर्श प्रस्तुत करते हैं उनके सामने भी बहुत सी समस्याएं आती हैं। हारकर अपनी परम्परा से जो किसानी कार्य करता है उसको बदलने का न तो साहस किसान करता है और न सपने में सोचता भी है। तभी उसका प्रतिफल आपके सामने देखने मिलता है। आपको किसान की तरह धर्म करना चाहिए। यह बात आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने दयोदयतीर्थ में चातुर्मास के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि आजकल आप लोगों को भी अपने देश की चीजें अच्छी नहीं लग रही। आप लोग विदेश के शोध, बिजनेस, शिक्षा और विदेश के रहन-सहन पर जा रहे हैं। आपको अध्ययन करना चाहिए। तब आपको ज्ञात होगा कि आपने भूल की है और आप लगातार विदेशों में जाकर और वहां रहकर भूल ही कर रहे हैं।
अपने राष्ट्र को अपने देश को भूल रहे हैं। आज प्रत्येक क्षेत्र में अरुचि पैदा होती जा रही है इसे देखकर आप समझ सकते हैं। आज बहुत से ऐसे देश हैं दूसरे देश के लोगों को भूखा रखकर अपने राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को बनाना चाहते हैं यह नीति नहीं है अनीति है।
यह हमेशा स्वयं को पहले और बाद में दूसरों को डुबो सकती है। हमारे देश का प्रबंधन माना हुआ है हम पौराणिक काल से ही प्रबंधन के लिए माने जाते हैं और हमारे लोग आज प्रबंधन सीखने के लिए विदेश जाते हैं।