नक्षत्र- क्षिप्र लघुसंज्ञक तिर्यड़मुख नक्षत्र अश्विनी दोपहर 12.49 तक उपरंात उग्रक्रूरसंज्ञक नक्षत्र भरणी रहेगा। अश्विनी नक्षत्र में विवाह, उपनयन, कृषिकार्य, पौधरोपण, बागवानी, शिल्प विद्या जैसे कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। चातुर्मास में मंागलिक कार्य निशिद्ध माने जाते हंै। वहीं भरणी नक्षत्र में कूटनीतिक वार्ता, अग्रिविषयक कार्य शुभ मंगलकारी रहते हैं।
शुभ मुहूर्त – ंआज प्रसूति स्नान, शल्यक्रिया, आवेदन पत्र लेखन, कर्जनिपटारा, सेवारंभ जैसे कार्य शुभ तथा मंगलकारी रहेंगे। खनिज सम्पदा जैसे कार्य भी सुखद रहेंगे।
श्रेष्ठ चौघडि़ए- आज प्रात: 9.00 से 10.30 चर दोपहर 10.30 से 1.30 लाभ तथा अमृत एवं रात्रि 7.30 से 9.00 लाभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : अशून्य शयन व्रत के साथ श्री हनुमत आराधना का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। श्री हनुमान जी का दर्शन कल्याणकारी रहेगा।
चन्द्रमा : मंगल प्रधान राशि मेष राशि में दिवस रात्रि पर्यंत तक संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कन्या राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं। सूर्य का चित्रा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल उत्तर दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 3.00 बजे से 4.30.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर चू,चे,चो,ला अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। अश्विनी नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि मेष होगी। राशि स्वामी मंगल तथा सुवर्णपाद पाया में जन्म माना जाएगा। मेष राशि के जातक प्राय: सुंदर न्यायप्रिय, प्रशन्नचित्त, उदारमना, कलाप्रिय, गीतसंगीत में रुचि रखने वाले तथा दार्शनिक स्वभाव के होते हैं। स्वतंत्र व्यवसाय तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में सफल होते हैं।