इससे पहले आप नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिलाध्क्ष मनोहर लाल जाटव के नेतृत्व में राजीव गांधी चौक से नगर निगम गेट तक पैदल मार्च था। पार्टी के इस विरोध मार्च के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पहले से ही सतर्क हो गया था। निगम कार्यालय पर बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। ऐसे में जैसे ही आप कार्यकर्ता निगम कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन के बात तालाबंदी की कोशिश की, वहां पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पार्टी नेताओं ने 10 सूत्री मांग के समर्थन में यह पैदल मार्च निकाला था। नेताओं का कहना रहा कि पूर्व में कई बार शहर की समस्याओं को लेकर कई बार ज्ञापन देकर निगम प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। मजबूरन पार्टी को पैदल मार्च निकाल कर निगम गेट में तालाबंदी का निर्णय लेना पड़ा है।
पार्टी नेताओ के मुताबिक 15 वर्षो से जबलपुर शहर में सीवर लाइन का काम बिना प्लान के चल रहा है। आलम ये है कि जब चाहे, जहां चाहे ठेकेदार सड़क खोद देता है। आरोप लगाया कि सब अधिकारी केवल वसूली में जुटे हैं। उन्होंने नर्मदा कुंभ के नाम पर करोड़ो रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया और कहा कि अभी तक इसकी जांच नहीं हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में सैनिटाइजर के नाम पर पानी का छिड़काव किया गया। सूखा आनाज और रसोइ के नाम पर बड़ा खेल किया गया। लेमा गार्डन में पीएम आवास योजना का लाभ जरूरतमंदों की बजाए अवैध कब्जा कराने वाले पार्षद पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सीवर लाइन बिछाने के नाम पर खोदे गए गड्ढों के चलते आए दिन दुर्घटना हो रही है।
आप की प्रमुख मांगें 1-प्रधानमंत्री आवास योजना में विगत 4 वर्षों से किस्त जारी नहीं की गई तत्काल किस्तें जारी की जाए
2-लाभार्थी को 3500 रुपए काट कर किस्त दी गई। इसकी जांच कराते हुए शेष रुपए वापस कराए जाएं
3- सीवर लाइन बिछाने से पहले उसकी प्लानिंग हो फिर काम कराया जाए। सीवर लाइन पर करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। इसकी ऑडिट हो
4-नर्मदा कुम्भ और कॅरोना काल में किए गए खर्च की भी ऑडिट हो
5-लेमा गार्डन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों को कब्जाधारियों से खाली कराकर असल लाभार्थियों को कब्जा दिलाया जाय
6-शहर में चल रहे रोड, नाली और अन्य विकास कार्यो के लिए प्लानिंग कमेटी बनाई जाए
7-24 घंटे पहले सूचना बोर्ड लगाया जाए कि अमुक रोड पर इस तारीख से काम होने वाला है
8-सीवर लाइन के गड्ढे से होने वाले हादसे में किसी की मौत होने पर 10 लाख की राहत राशि देने का प्रावधान हो
9-रोड, सीवर सहित निगम के दूसरे कार्यों से किसी व्यक्ति को नुकसान होने पर इसकी भरपाई हो
10-हर अधिकारी की जबाबदारी तय की जाए और दोषी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज हो
2-लाभार्थी को 3500 रुपए काट कर किस्त दी गई। इसकी जांच कराते हुए शेष रुपए वापस कराए जाएं
3- सीवर लाइन बिछाने से पहले उसकी प्लानिंग हो फिर काम कराया जाए। सीवर लाइन पर करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं। इसकी ऑडिट हो
4-नर्मदा कुम्भ और कॅरोना काल में किए गए खर्च की भी ऑडिट हो
5-लेमा गार्डन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों को कब्जाधारियों से खाली कराकर असल लाभार्थियों को कब्जा दिलाया जाय
6-शहर में चल रहे रोड, नाली और अन्य विकास कार्यो के लिए प्लानिंग कमेटी बनाई जाए
7-24 घंटे पहले सूचना बोर्ड लगाया जाए कि अमुक रोड पर इस तारीख से काम होने वाला है
8-सीवर लाइन के गड्ढे से होने वाले हादसे में किसी की मौत होने पर 10 लाख की राहत राशि देने का प्रावधान हो
9-रोड, सीवर सहित निगम के दूसरे कार्यों से किसी व्यक्ति को नुकसान होने पर इसकी भरपाई हो
10-हर अधिकारी की जबाबदारी तय की जाए और दोषी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज हो