जबलपुर

बारिश में हादसे की आशंका, खुले नाले और चेम्बर बारिश में ढाएंगे कहर, जिम्मेदार बेखबर

निर्माण कार्यो में बरती जा रही ढिलाई

जबलपुरJun 27, 2018 / 04:11 pm

deepankar roy

accident fear in rain

जबलपुर। खुले पड़े नाले, चेम्बर इस बार बारिश में कहर बरपाएंगे। निर्माण कार्यो में बरती जा रही ढिलाई के चलते जो काम बारिश के पहले खत्म हो जाने थे वो अब तक बदस्तूर चल रहे हें। ऐसे में शहर के कई क्षेत्रों में बारिश के दौरान पानी भरने, जलप्लावन जैसी स्थिति निर्मित होगी। शहर के नाले नालियों को अंडरग्राउंड करने का मामला हो या फिर नालों के गहरीकरण और सफाई का। सभी मामलों में नगर निगम काम पूरा करने में फिट नहीं बैठ सका। पिछले दस सालों से ही सीवर का काम चल रहा है इसके जल्द पूरे होने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी है।


129 छोटे नालों का निर्माण
जानकारों के अनुसार शहर के पांच बड़े और 129 छोटे नालों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए। लेकिन इसका निर्माणा आज तक पूरा नहीं हो सका। नाला निर्माण का प्रोजेक्ट 360 करोड़ का था। लेकिन ननि ने इससे अधिक करीब चार सौ करोड़ रुपए का भुगतान किया। इसके बाद भी नालों का कार्य पूरा नहीं हो सका। करीब 65 फीसदी नाले ही बन सके हैं 25 से अधिक नाले अभी भी अधूरे पड़े हैं। बताया जाता हे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में नालों को शमिल नहीं किया गया है जिसके चलते भी निर्माण कार्यों की गति बेहद सुस्त है।


ये इलाके प्रभावित
गढ़ा बजरिया, गोकलपुर, अधारताल, चेरीताल, बेलबाग, आमनपुर, गलगला, आनंद नगर, गंगा नगर, बल्देवबाग, जगदंबा कॉलोनी।

केस 1
स्नेह नगर के छोटे नाले नालियों के पानी को मुख्य नाले से मिलाया जाना है। मुख्य नाले के पास पाइप लाइन डालने के बाद इसको लेबल करने, नाले के किनारे पक्कीकरण करने का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में बारिश के दौरान नाले किनारे की मिट्टी बहने के साथ कटाव होगा।
गढ़ा बजरिया, गोकलपुर, अधारताल, चेरीताल, बेलबाग, आमनपुर, गलगला, आनंद नगर, गंगा नगर, बल्देवबाग, जगदंबा कॉलोनी।
केस 2
संजीवनी नगर नाले को पक्का कर ढंका जाना है। सिर्फ भूलन के पास कुछ हिस्से में ही नाले को पक्का कर ढांका गया है जबकि पूरा नाला खुला हुआ है। इस नाले से कई छोटे नाले मिलते हैं।
रानीताल-गढ़ा मार्ग पर नाले निर्माण और सीवर काम के दौरान कई स्थानों पर चेम्बर खुले में छोड़ दिए गए हैं। ऐसे में बारिश होने पर पानी सड़कों पर बहेगा जिससे आसपास के क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति बनेगी।
केस 3
रानीताल-गढ़ा मार्ग पर नाले निर्माण और सीवर काम के दौरान कई स्थानों पर चेम्बर खुले में छोड़ दिए गए हैं। ऐसे में बारिश होने पर पानी सड़कों पर बहेगा जिससे आसपास के क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति बनेगी।

यह है प्रमुख वजह
नालों पर अतिक्रमण
नाले, नालियों की सफाई न होना
निर्माणाधीन नालों का पूरा
न बन पाना
अधूरी पड़ी हुई नालियां

यह है स्थिति
2006-07 से शुरुआत
11 सालों से चल रहा काम
60 फीसदी अब तक काम
2020 तक काम पूरा होने का दावा

सफाई का काम पहले कराया जा चुका है
बड़े नालों की पहले ही सफाई का काम पहले ही कराया जा चुका है। रिपीट सफाई भी कराई गई है। जहां कहीं भी समस्या दिखाई दे रही है वहां तत्काल काम कराया जा रहा है।
जीएस चंदेल,
स्वास्थ्य अधिकारी ननि


नाले निर्माण का अधिकांश काम पूरा हो चुका है
&नाले निर्माण का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। कुछ काम बचा है जिसे तेजी से पूरा किया जा रहा है। एंजेसी को निर्देश दिए गए हैं।
अजय मिश्रा, कार्यपालन यंत्री ननि

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