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कम हो गई मिट्टी की उर्वरा शक्ति, पौधे लगाना है तो कराएं टेस्ट

locationजबलपुरPublished: Apr 18, 2019 01:13:01 am

Submitted by:

abhishek dixit

राज्य वन अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट से खुलासा, आठ वनमंडलों की रिपोर्ट में सभी क्षेत्र में पाया उर्वरा शक्ति का असंतुलन

Counting of plantation in seven year katni

Counting of plantation in seven year katni

जबलपुर. जलवायु के असंतुलन और उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल के कारण मिट्टी की उर्वरा शक्ति असंतुलित हो गई है। इस कारण पेड़-पौधों के बीज का अंकुरण और उनकी वृद्धि दर पर विपरीत असर पड़ रहा है। जंगल एवं अन्य क्षेत्रों की मिट़्टी के टेस्ट में पोषक तत्वों की कमी सामने आ रही है। इस कारण जून-जुलाई से शुरू होने वाले सीजन में जिन्होंने पौधरोपण की तैयारी की है, उनके लिए मिट्टी का सैम्पल टेस्ट करा लेना ज्यादा फायदेमंद होगा। राज्य वन अनुसंधान संस्थान में स्वाइल टेस्टिंग लैब है। यहां जंगल एवं निजी क्षेत्र में पौधरोपण के लिए मिट््टी के सैम्पल टेस्ट किए जा रहे हैं। मोबाइल टेस्टिंग लैब ने आठ वन मंडलों में 297 सैम्पल टेस्ट किए हैं। सभी वनमंडलों में पोषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश एवं सूक्ष्म तत्व कॉपर, जिंक, ऑयरन, मैग्नीज जैसे तत्वों का असंतुलन सामने आया है। पीएच रिपोर्ट में मिट्टी का अम्लीय या क्षारीय होना भी चिंताजनक है।

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जंगल में पोषक तत्वों की कमी के कारण
अधिक तापमान या अत्यधिक वर्षा, खेतों में प्रयोग होने वाले रसायनिक उर्वरक व कीटनाशकों का जंगल में बहाव, सागौन सम्बंधी नुकसान, जैविक दबाव के कारण जंगल में कम हो रही रंध्रता, रंध्रता की कमी से बीजों का अंकुरण कम हो रहा है, जिसके कारण जंगल बंजर हो रहे हैं।

नार्मल रेंज
तत्व-रेंज
पीएच- 6 से 8.5
नाइट्रोजन- 280- 560
फास्फोरस- 22- 56
पोटाश- 140- 336
(यूनिट केजी पर हेक्टेयर )

ऐसी है रिपोर्ट
वनमंडल रेंज- पीएच- नाइट्रोजन – फास्फोरस – पोटाश
जबलपुर पाटन – 7.42- 223- 13.82- 170
कटनी बहोरीबंद – 5.2 – 176 – 9.07 – 131
रायसेन गढ़ी- 6.41 – 185 – 10.88 – 110
धार धामनौद- 6.25- 180 – 12.38 – 192
झाबुआ, पेटलावद – 6.78- 262 – 16.02- 220
अलीराजपुर, मथवाड़ – 6.15 – 212 – 12.01 – 197
देवास भुजापुर – 6.15 – 252 – 14.92 – 250
इंदौर चौरल – 6.41 – 204 – 13.47 – 183

मोबाइल टेस्टिंग लैब के माध्यम से एक साल में 8 वनमंडलों में सैम्पल टेस्ट कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाए गए हैं। पोषक तत्वों की रिपोर्ट के अनुसार उर्वरकों के प्रयोग के सुझाव दिए जा रहे हैं।
डॉ. प्रतीक्षा चतुर्वेदी, प्रभारी स्वाइल टेस्ट लैब

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