आरपीएफ के टीआई ने बताया कि आरोपी यात्रियों का नाम पता मोबाइल नम्बर कहा से कहां तक यात्रा करनी है पूरी जानकारी एक कागज में लिखवा लेते थे, ई टिकट बनाने के बाद ग्राहकों के मोबाईल में भेज दिया जाता था। इस पर सीधा ग्राहको के पास पीएनआर नम्बर मैसेज पहुंच जाता था। 62 ई-टिकट 69640 रुपए की जब्ती की गई। आरोपी द्वारा पर्सनल आईडी से रेल आरक्षण ई-टिकट अवैध रूप से बनाना स्वीकार किया। आरोपी के विरुद्ध अपराध 07/2020 धारा 143 अधिनियम कायम कर गिरफ्तारी किया गया है।