आचार्य भक्तों के अनुसार आचार्य विद्यासागर ससंघ का मंगल प्रवेश गुरुवार सुबह पिसंहारी मढिय़ा तीर्थ में हुआ। भेड़ाघाट बाईपास से शहर तक भक्तों ने भव्य अगवानी की। हाथों में आरती की थाल और श्रीफल के साथ लोगों ने आचार्य श्री के दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। आहार चर्या से पहले आचार्य श्री ने मंगल प्रवचन में भक्ति के रंग को अंतरंग तक प्रवाहित करने के संदेश दिए। इस अवसर पर तिलवारा घाट में निर्माणाधीन सहस्त्र कूट जिनालय मैं प्रतिमा स्थापना के लिए लोगो ंने इच्छा जाहिर की इस जिनालय में 1008 प्रतिमाएं स्थापित होनी है।
सहजपुर में आहार चर्या
आचार्य विद्यासागर ससंघ की आहार चर्या बुधवार को सहजपुर में हुई। आचार्य श्री ने मंगल प्रवचन में श्रावकों को संदेश दिए। दोपहर 3 बजे सजहपुर से आचार्य श्री का विहार हुआ और वहां से 10 किमी दूर तेवर में विश्राम का समय हो गया।
भक्ति में रंगेंगे श्रावक
संस्कारधानी के श्रावक आचार्य विद्यासागर के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। श्रावकों ने श्रीफल अर्पित कर शहर में ग्रीष्मकालीन वाचना की प्रार्थना करने की योजना बनायी है। होली के दिन जहां खुशियों के रंग बिखरेंगे, वहीं जैन समाज के लोग गुरु भक्ति के रंग से सराबोर रहेंगे। गुरुदेव के आगमन की खुशियां सोशल मीडिया में छाई रहीं।
गजरथ के बाद प्रथम आगमन
श्री वर्णी गुरुकुल परिसर में धौलपुरी पत्थरों से निर्मित तीर्थंकर मुनि सुव्रतनाथ जिनालय के पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव के बाद आचार्यश्री की आगमन प्रथम बार हो रहा है। संभावना है कि आचार्य श्री मंदिर में दर्शन करेंगे। इसी गजरथ महोत्सव में आचार्य विद्यासागर के 50वें संयम स्वर्ण महोत्सव के अवसर पर निर्मित कीर्तिस्तम्भ का लोकार्पण किया है।