जबलपुर। पढ़ाई तो उसने भले कम की थी, लेकिन नकल करने के लिए गजब का दिमाग लगाया। जबलपुर के एक स्कूल मेंं छात्र के नकल छिपाकर ले जाने का तरीका देखकर फ्लाइंग स्क्वॉड के अधिकारी भी दंग रह गए। छात्र ने रबर के सहारे अपनी बाहों के चारों और नकल की पर्चियां फंसाकर रखी थीं। संदेह होने पर जांच की गई तो उसके पास नकल की सात पर्चियां मिलीं। मामला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अधारताल मिल्क स्कीम परीक्षा केंद्र क्रमांक 711006 का है। गुरुवार को दसवीं कक्षा के गणित का पर्चा था। नगर निगम की उपायुक्त अंजु सिंह और उनकी टीम औचक निरीक्षण करने केंद्र पहुंची। जहां छात्र की हरकतों पर संदेह होने पर जांच की और नकल पकड़ी गई। पंचनामा बनाकर मामला माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड को भेजा गया।
भड़कीं उपायुक्त
नकल मिलने पर उपायुक्त अंजु सिंह ने परीक्षा केंद्र प्रबंधन को फटकार लगाई। केदं्र में हेमलता विश्वकर्मा एवं सुनीता मिश्रा की पर्यवेक्षक के रूप में तैनाती थीं। उपायुक्त ने कहा कि छात्र के पास से ढेरों नकल के पन्ने मिल रहे हैं। आप लोगों को पता नहीं। किस प्रकार की जांच की जा रही है। इसी तरह विंक कान्वेंट स्कूल, महारानी लक्ष्मीबाई कन्याउमावि स्कूल आदि परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया। यहां दूसरी ओर कलेक्टर ने परीक्षा केंद्रों में औचक निरीक्षण किया, सुरक्षा व्यवस्था देखी। वे कन्या उमावि ब्यौहारबाग और सेंट थॉमस स्कूल पहुंचे। उन्होंने छात्रों से सामान्य तौर पर पूछताछ भी की। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को मन लगाकर प्रश्न पत्र हल करने की बात कही। परीक्षा में जिले में 31 हजार परीक्षार्थियों को शामिल होना था। उनमें से 1012 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। यह परीक्षा जिले के 107 परीक्षा केंद्रों में हुई। जिसमें ग्रामीण केंद्रों की संख्या 59 थी। सर्वाधिक अनुपस्थित छात्र शहरी परीक्षा केंद्रों में थे।