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एके-47 प्रकरण में सीओडी कमाडेंट पर कार्रवाई, एनसीसी में भेजे गए

locationजबलपुरPublished: Feb 05, 2019 12:26:56 am

Submitted by:

santosh singh

सीओडी के कई अन्य अधिकारी व कर्मियों पर भी गिर सकती है गाज

जबलपुर। देश के बहुचर्चित एके-47 तस्करी केस में आखिरकार गृहमंत्रालय की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। एनआइए की जांच में असहयोग करने वाले सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो (सीओडी) के कमांडेंट आरके सिंह को हटा दिया गया है। उन्हें एनसीसी विंग में भेजा गया है। उच्च पदस्थ विभाग सूत्रों के मुताबिक सीओडी में कमाडेंट रैंक के अधिकारी को इस तरह की जिम्मेदारी दिया जाना सजा के समान माना जाता है। सीओडी के कुछ और अधिकारी व कर्मचारियों पर गाज गिरने वाली है। उधर, क्राइम ब्रांच भी पूरक चालान पेश करने से पहले बिहार के 12 सहअभियुक्तों को रिमांड पर लाने की तैयारी में जुट गयी है।

जब्त हथियारों की फारेंसिक जांच

सीओडी के नए कमांडेंट सुनील तलवार को बनाया गया है। उन्होंने ज्वाइन भी कर लिया है। एके-47 प्रकरण की जांच कर रही एनआइए अब मुंगेर में जब्त हथियारों की फारेंसिक जांच कराने की कवायद में जुटा है। कार्बन कोटिंग की मदद से इसमें रायफलों से मिटा दिए गए आर्सलर नम्बर को फिर से प्राप्त किया जाएगा। जिससे इनका मिलान सीओडी के रेकॉर्ड से किया जा सके। कमाडेंट आरके सिंह के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद से सीओडी में हडक़म्प मचा हुआ है।

सभी कमाडेंट जांच के घेरे में

वर्ष 2012 से पाट्र्स के रूप में चोरी हुए एके-47 मामले में अब तक रहे सभी कमाडेंट जांच के घेरे में हैं। एनआइए की तरफ से भी सभी की भूमिका को लेकर जांच की जा रही है।अभी तक पटना जेल में हैं पुरुषोत्तम व सुरेश सहित चारों आरोपीजबलपुर क्राइम ब्रांच और गोरखपुर पुलिस द्वारा एके-47 प्रकरण में गिरफ्तार किए गए सीओडी के स्टोर मैनेजर सुरेश ठाकुर और रिटायर हो चुके पुरुषोत्तम रजक, उसकी पत्नी चंद्रवती व बेटा शीलेंद्र अब भी पटना जेल में बंद हैं। एनआइए चारों को नवम्बर 2018 में ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गयी थी। तब से चारों को वहीं पर रखा गया है।

ये है प्रकरण-

29 अगस्त को बिहार के मुंगेर पुलिस ने हथियार तस्कर इमरान को तीन एके-47 के साथ दबोचा था। तब खुलासा हुआ कि सीओडी में कार्यरत सुरेश ठाकुर, पूर्व कर्मी पुरुषोत्तम रजक सहित अन्य की मदद से वर्ष 2012 से एके-47 चोरी कर अपराधियों को बेची जा रही थी। 70 से अधिक एके-47 बेचे जाने की अब तक पुष्टि हो चुकी है। अब तक 23 एके-47 ही जब्त हो पायी हैं। जबकि 32 के लगभग आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। मौजूदा समय में बिहार की मुंगेर पुलिस, जबलपुर पुलिस के साथ एनआइए प्रकरण की जांच कर रही है।

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