बिजली की ऐसी क्या शिकायत, जो अफसरों पर भड़क गए अपर मुख्य सचिव
जबलपुरPublished: Apr 04, 2019 07:14:40 pm
..जाने क्या है पूरा माजरा
Additional Chief Secretary became angry
जबलपुर,ऊजा विभाग के अपर मुख्य सचिव गुरुवार को भड़क उठे, वे नाराज थे, उपभोक्ताओं से लिए जा रहे अतिरिक्त रुपयों से। उन्होंने कहा कि उनके पास कई एेसी शिकायतें पहुंची हैं, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि बिल भुगतान के वक्त ट्रंाजेक्शन चार्ज अलग से लिया जा रहा है। उनकी इस बात का किसी भी अफसर के पास जवाब नहीं था यह बात गुरुवार को जब ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने कही, तो मातहत कोई जवाब नहीं दे पाए। केशरी ने इस पर नाराजगी जताते हुए जल्द ही इसे खत्म करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिजली चोरी पर नियंत्रण और वितरण हानि में कमी लाने के कार्य को प्राथमिकता से करने की भी बात कही। वे मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पिछले तीन माह के दौरान तीस बार से अधिक ट्रिपिंग वाले ११ केवी फीडरों की समीक्षा की और उसका कारण जाना। स्पष्ट निर्देश दिए कि इसे सुधारा जाए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का शट डाउन न लिया जाए। उन्होंने पिछले तीन माह में कंपनी के वििभन्न रीजन, सर्किल, डिवीजन के 33 केवी फीडरों पर लिए गए शट डाउन की समीक्षा की।
बैठक में पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक सुखवीर सिंह, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक नंद कुमारम, ऊर्जा विभाग के विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी पीके चतुर्वेदी, पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव केसकर सहित सभी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा केशरी ने प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के अभियंताओं को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि चुनाव कार्य, जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय, मतदान केन्द्र एवं पेयजल की योजनाओं में पुख्ता विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था बनाए रखें। प्रदेश में मतगणना के दिन बिजली सप्लाई की विशेष चौकसी रखी जाए।
उन्होंने बिजली सप्लाई को गुणवत्तापूर्ण बनाते हुए खराब ट्रांसफर्मर व खराब मीटर को तत्परता से बदले जाएं। इसी प्रकार ट्रांसफार्मर फेल्युर रेट में कमी लाई जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 तक शत प्रतिशत मीटरीकरण का लक्ष्य को अर्जित करना है।