जबलपुर

आखिर क्यूं पिता को पांच महीने बाद पता चला बेटा लावारिश दफन है

पुलिस कर रही थी गुमशुदगी में तलाश, विवेचना से खुला हत्या का राज
 

जबलपुरJan 08, 2019 / 12:16 am

santosh singh

आखिर क्यूं पिता को पांच महीने बाद पता चला बेटा लावारिश दफन है

 

जबलपुर.रिछाई स्थित फैक्ट्री में कार्यरत पौला मझौली निवासी 22 वर्षीय विनय की गुमशुदगी की विवेचना से नहर में मिले युवक की लाश की गुत्थी सुलझी। युवक को करंट लगने पर दोस्तों ने बेहोशी की हालत में नहर में फेंक दिया था। इस खुलासे से पुलिस के सिस्टम की खामी भी सामने आई। मसलन, युवक की दो दिन बाद पनागर में लाश मिली, लेकिन रांझी पुलिस ने इसकी तस्दीक करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। पांच महीने बाद पिता को पता चला कि उसके बेटे की हत्या कर दी गई और लाश लावारिस में दफन है।

एएसपी दीपक शुक्ला और क्राइम ब्रांच एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने इस हत्याकांड का सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम में खुलासा किया। पुलिस ने विनय के साथ फैक्ट्री में कार्यरत कछियाना मोहल्ला निवासी १६ वर्षीय नाबालिग सहित वहीं के राजा कुशवाहा, सौरभ सेन और विनोवा भावे वार्ड निवासी प्रमोद कुशवाहा को गिरफ्तार किया।

ये थी घटना

चारों रिछाई स्थित बिस्किट फैक्ट्री में एक साल से काम करते थे। वे फैक्ट्री से बिस्किट का कार्टन चुराकर बेचते थे। 11 अगस्त की रात भी वे कार्टन चुराकर निकले थे। प्रहलाद के खेत में गन्ने की बाड़ी में लगे बिजली तार से विनय को करंट लग गया और वह बेहोश हो गया। उसे चारों ने बाइक एमपी 20 एमएन 8278 पर बिठाया और इमलिया पड़रिया के रास्ते जलगांव स्थित नहर में फेंक दिया। पिता पुरुषोत्तम ने 12 अगस्त को रांझी थाने में गुमशुदगी दर्ज करायी। 13 अगस्त को विनय की लाश पनागर पुलिस ने जलगांव स्थित नहर से बरामद की। पीएम रिपोर्ट में डूबकर मौत की पुष्टि के बाद शव लावारिस मानकर दफन कर दिया गया।

पाटन से तत्कालीन विधायक नीलेश अवस्थी विनय के पिता पुरुषोत्तम के साथ कंट्रोल रूम में एसपी को ज्ञापन देने पहुंचे थे। एसपी अमित सिंह ने क्राइम ब्रांच एएसपी शिवेश सिंह बघेल को गुमशुदगी का प्रकरण सौंपा। क्राइम ब्रांच ने विवेचना रिछाई फैक्ट्री से शुरू की। वहां के रजिस्टर में विनय के गायब होने के बाद से ही प्रमोद, राजा, सौरभ और नाबालिग भी लगातार गैर हाजिर थे। प्रमोद पुणे भाग गया था। एक जनवरी को प्रमोद पुलिस के हत्थे चढ़ा। क्राइम ब्रांच के इनपुट पर पनागर टीआइ संदीप अयाची ने प्रमोद को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पता चला कि हिस्से को लेकर उनकी कहासुनी हुई थी। उसने विनय की पहचान छिपाने के लिए उसकी जेब से आधार कार्ड, वोटर आइडी, एटीएम कार्ड निकाल कर रख लिया था।

फरवरी 2018 में हुई थी शादी
पुरुषोत्तम व मंजूबाई की दो संतानों में विनय बड़ा था। उसकी शादी फरवरी 2018 में हुई थी। पांच महीने से परिवार के लोग उसके लौटने की राह देख रहे थे। तीन जनवरी को पनागर पुलिस ने पुरुषोत्तम को बुलाकर विनय के कपड़े और १३ अगस्त को मिली लाश की फोटो दिखाकर पहचान कराई।

 
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