जबलपुरPublished: Jan 05, 2022 10:57:53 pm
Mayank Kumar Sahu
शिक्षा के क्षेत्र में बहुमूल्य लाभ होगा, रादुविवि और मंगलायतन के बीच हुआ करार
Need of the hour, agreement will make educational institutions better: Prof. Mishra,
जबलपुर।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय एवं मंगलायतन विश्वविद्यालय के बीच आज शिक्षा के क्षेत्र में करार किया गया। रादुविवि के कुलपति प्रोफ़ेसर कपिल देव मिश्र एवं मंगलायतन के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल एके मिश्र द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। इस अनुबंध के माध्यम से भविष्य दोनों विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में बहुमूल्य लाभ प्राप्त होगा और शिक्षक भी लाभांवित होंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट के प्रभारी प्रोफेसर सुरेंद्र सिंह, बायोडिजाइन सेंटर प्रभारी निदेशक प्रोफेसर एसएस संधू, मंगलायतन विवि उपकुलपति डॉ विनीता कौर सलूजा, डॉ.प्रकाश मिश्रा उपस्थित थे। कुलपति प्रोफ़ेसर कपिल देव मिश्र ने कहा कि आज की यह आवश्यकता है कि एक संस्थान दूसरे के साथ परस्पर तकनीकी, प्रौद्योगिकी, नवाचारों का आदान प्रदान करे। इससे संस्थान भी बेहतर बनेंगे तो वहीं इसका लाभ छात्रों को भी होगा। नई शिक्षा नीति के तहत भी नए पाठ्यक्रमों का विस्तार किया जा रहा है। विश्वविद्यालयों के बीच किए गए करार से भी नए पाठ्यक्रमों को भी एक दिशा मिलेगी। बेहतर टीचिंग एक्सपीरियंस आपस में शेयर किए जाएंगे तो वही नवाचारों को भी आपस में ग्रहण करेंगे।
गौरतलब है कि इसके पहले महाकौशल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय और महाकौशल विश्वविद्यालय के बीच करार किया गया था। महाकोशल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरसी मिश्रा ने इस करार को बेहद उपयोगी बताया था। इसी कड़ी में मंगलायतन विश्वविद्यालय के साथ करार होने से विश्वविद्यालय को भी निकट भविष्य में फायदा होगा। गौरतलब है कि राजभवन ने भी विश्वविद्यालयों को इस दिशा में आजगे आकर के पहल करने की बात कही है जिसे देखते हुए भी रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कदम बढ़ाया है ।