क्राइम ब्रांच और गोरखपुर पुलिस ने सीओडी के चार अधिकारियों के बयान अब तक दर्ज किए। तीन अधिकारियों ने शुक्रवार को और एक ने शनिवार को बयान दर्ज कराए। सुरक्षा गार्ड सहित नौ और को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है। उधर, सीओडी प्रशासन ने अब तक क्राइम ब्रांच की ओर से मांगी गई जानकारी उपलब्ध नहीं करायी है।
क्राइम ब्रांच एएसपी शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि सीओडी में गोदाम इंचार्ज सहित अन्य जिम्मेदारी देख रहे अधिकारी जयचंद्र नायर, अर्जुन सिंह, अजय सिंह और श्रीनिवासन के बयान दो दिन में दर्ज किए गए। वहीं सीनियर स्टोर मैनेजर सुरेश के साथ काम करने वाले शिवशे, संजय तिवारी, दीपांशु पांडे, संजय दुबे व सद्दाम खान को नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया गया है। सीओडी के सुरक्षा कर्मियों सतीश खत्री, राजेंद्र, एके सिंह, सतीश को भी बयान के लिए नोटिस जारी किया गया है। इन सुरक्षा कर्मियों ने ही सुरेश को 16 अगस्त को एके-47 रायफल के पुर्जे कार में ले जाते समय पकड़ा था। मामले में विवेचक हेमंत यादव की टीम ने सीओडी से रिटायर्ड एवं पंचशील नगर निवासी पुरुषोत्तम के आठ पड़ोसियों और सुरेश के जयप्रकाश नगर स्थित तीन पड़ोसियों के बयान दर्ज किए।
सेना में लांस नायक सूबेदार नियाजुल के कहने पर रिटायर्ड आर्मरर पुरुषोत्तम, सीओडी में मैनेजर सुरेश ठाकुर द्वारा पाट्र्स के रूप में चुराकर लाई गईं एके-47 रायफल को अपने घर में असेम्बल कर मुंगेर के हथियार तस्कर शमशेर व इमरान को सप्लाई करता था। 70 एके-47 बेचने के मामले का भंडाफोड़ 29 अगस्त को मुंगेर में इमरान की गिरफ्तारी के बाद हुआ। जबलपुर और मुंगेर में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार हो चुके हैं। आठ एके-47 रायफल भी जब्त हो चुकी हैं। मामले के तार पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पंजाब, बांग्लादेश की राजधानी ढाका तक जुड़े हैं।