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जर्जर पुल पर दौड़ा रहे वाहन, कहीं हो न जाए हादसा

locationजबलपुरPublished: Jul 30, 2018 01:09:37 am

Submitted by:

sudarshan ahirwa

घाटसिमरिया हिरन नदी पुल : प्रतिबंधित है आवागमन

alert for damege bridge

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जबलपुर/सिहोरा. ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में बस चालक यात्रियों की जान खतरे में डाल रहे हैं। एनएच-7 घाटसिमरिया हिरन नदी पर बने 50 साल पुराने पुल से भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। बावजूद इसके यात्रियों से भरी बसें निकल रही हैं। बारिश के चलते हिरन नदी पुल में पानी सिर्फ आठ से दस फीट नीचे है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही यात्रियों पर भारी पड़ सकती है। चालक की नजर हटते ही बस सीधे उफानाती नदी में समा जाएगी। खतरे का पुल होने के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने याताया रोकने के लिए बेरीकेड्स नहीं लगाएं हैं और न ही पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।

बारिश के चलते घाटसिमरिया हिरन नदी पुल पर लगातार पानी बढ़ रहा है। ऐसे में किसी भी संभावित हादसे को देखते हुए तीन दिन पहले से भारी वाहनों का आवागमन बंद हो गया था। ज्यादा सवारियों और मुनाफे के चलते बस चालक यात्रियों की जान खतरे में डालकर बसों को बेधड़क निकाल रहे हैं। पुराने पुल से जबलपुर और कटनी के बीच करीब डेढ़ सौ से अधिक गुजरती हैं।

रोड किया डायवर्ट
पुराने पुल में बारिश और खतरे के चलते एनएचएआई ने रोड को डायवर्ट कर दिया है, ताकि भारी वाहन नए पुल से निकलें। ट्रक, हाइवा सहित दूसरे भारी वाहन तो नए पुल से निकल रहे हैं, लेकिन यात्री बसें और स्कूली बसें पुराने पुल से निकल रही हैं। पुल से यात्री बसों और स्कूली बसों के गुजरने से रोकने गोसलपुर और खितौला तरफ दोनों ओर बेरीकेड्स नहीं लगाए गए हैं, जिसका फायदा उठाकर बस चालक यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।

खास-खास
पुल की लम्बाई : 200 मीटर
चौड़ाई करीब : 25 से 30 फीट
पुल की रैलिंग कई जगह से टूटी
हर 10 मिनट में गुजरती हैं यात्री बस
स्कूलों की बसें भी छात्रों को निकल रहीं।

घाटसिमरिया हिरन नदी पुल पर बारिश के चलते भारी वाहनों का गुजरना पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके बावजूद अगर यात्री बसें निकल रही हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आशीष पांडे, एसडीएम, सिहोरा

नए पुल के दोनों अंतिम छोर में पुराने पुल के रास्ते को बंद करने स्टॉपर रखने की जिम्मेदारी एनएचएआई की है। अगर स्टॉपर नहीं रखे गए हैं तो सम्बंधित विभाग को इसके लिए निर्देशित किया जाएगा।
अशोक तिवारी, एसडीओपी

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