जबलपुर

cyber crime : जालसाज इनाम के नाम पर लोगों से मांग रहे निजी जानकारी

इनामी कूपन भेज लोगों को दे रहे प्रलोभनझांसे में आकर नहीं दें खाता या आधार नंबर

जबलपुरAug 11, 2019 / 04:45 pm

tarunendra chauhan

The CCTV footage seen in the bank and the network of mobile

जबलपुर. जालसाज cyber criminal लोगों की निजी जानकारी जुटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनी online shopping company के नाम से लोगों को इनामी कूपन prize coupons भेजे जा रहे हैं। इसमें 50 हजार से एक लाख रुपए तक का इनाम Prize जीतने की बात कही जाती है। इसके एवज में लोगों को नाम-पते के साथ मोबाइल नम्बर mobile number , आधार कार्ड, आईएफएससी कोड मांगा जा रहा है।

गढ़ा क्षेत्र में कई लोगों के पास ऐसे ईनामी कूपन रजिस्टर्ड डाक registered mail से पहुंचे हैं। गढ़ा क्षेत्र निवासी एक अधिकारी के पास दो दिन पहले इस तरह का ईनामी कूपन पहुंचा है। इसमें उन्हें एक वर्ष के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल नापतौल से 50 हजार तक की खरीदी का ऑफर दिया गया है। उन्होंने शॉपिंग पोर्टल के दिल्ली स्थित अधिकृत कार्यालय में कॉल किया तो बताया गया कि ऐसा कोई कूपन नहीं भेजा गया है। अधिकारी ने इसकी सूचना गढ़ा थाने को दी है। जानकारी के अनुसार गढ़ा के त्रिपुरी चौक, बाजनामठ में भी कई लोगों को डाक के माध्यम से कूपन भेजे गए हैं।

नहीं दें निजी जानकारी
पुलिस का कहना है कि प्रलोभन temptation में आकर अपना मोबाइल नंबर, एटीएम कार्ड नंबर, ओटीपी, खाता संख्या, आधार नंबर आदि किसी को नहीं दें। क्योंकि साइबर क्रिमिनल Cyber criminal इससे आपके बैंक एकाउंट को खाली कर सकते हैं। कोई भी कंपनी इतनी बड़ी रकम इनाम में नहीं देती है। यदि कोई कंपनी ऑफर निकालती है तो वह ग्राहक को बुलाकर गिफ्त देने का काम करती है। इसलिए इस तरह के रुपए या सामग्री के लालच में आकर गलत कदम नहीं उठाएं। साइबर क्राइम से बचने का सबसे सरल और कारगर तरीका इसके बारे में भरपूर जानकारी रखना है।

साइबर अपराधी कर सकते हैं इस्तेमाल
एएसपी क्राइम शिवेश सिंह बघेल ने बताया कि किसी को भी अपना बैंक खाता नम्बर, मोबाइल या आधार कार्ड नम्बर की जानकारी नहीं दें। साइबर अपराधी इसका दुरुपयोग कर आपके खाते से रकम निकाल सकते हैं। वर्तमान में अधिकतर बैंक खाते मोबाइल नम्बर व आधार कार्ड से लिंक हैं।

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