news facts- आज सभी सुरक्षा संस्थान में राष्ट्रव्यापी हड़ताल
सरकार ने अति महत्वपूर्ण रक्षा संस्थानों में निजी कंपनियों को प्रवेश देने तथा 100% एफडीआई लाने का फैसला मेक इन इंडिया के नाम पर किया और एकतरफा निर्णय लेते हुए 275 डिफेंस प्रोडक्ट को non-core घोषित कर निजी क्षेत्रों में दिया। जिसके कारण लगभग 25000 आयुध निर्माणी कामगार तथा सैकड़ों लघु उद्योग प्रभावित या बंद हो चुके हैं। एमईएस, स्टेशन वर्कशॉप, आर्मी बेस वर्कशॉप, इत्यादि को GOCO मॉडल अर्थात सरकार की संपत्ति को ठेकेदारों द्वारा चलाया जाना लागू कर लगभग 30000 कर्मचारियों को सर प्लस घोषित किया तथा मूल स्थान से दूरस्थ स्थानों पर नौकरी करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
सभी सुरक्षा संस्थानों में अमूमन 7:30 से 8:00 के बीच कर्मचारी हाजिरी के लिए पहुंचते हैं। इससे पहले सुबह 3:00 बजे से ही कर्मचारी संगठनों के लोग उन रास्तों पर बैरियर बनकर खड़े हो गए। जहां से कर्मचारी गुजरते हैं। हड़ताल को सफल बनाने के लिए किसी भी कर्मचारी को प्रवेश के लिए रोक लगा रहे हैं।
देशव्यापी हड़ताल में सुरक्षा संस्थानों के तीनों प्रमुख महासंघ ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन और भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ और इंडियन नेशनल डिफेंस वर्कर्स फेडरेशन की तमाम यूनियन शामिल है। इसलिए इसका व्यापक असर प्रशासन स्थानों पर हो रहा है। कुछ कर्मचारी फैक्ट्रियों में जाने के लिए जरूर आए। लेकिन हड़ताल में शामिल कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें रोका जा रहा है।