खस्ताहाल: बरसात शुरू होने को एक पखवाड़ा शेष, प्राथमिकता का ध्यान नहीं
फ्लाईओवर की निर्माण साइट में यातायात चौक से बाबूराव परांजपे चौराहा तक सडक़ चलने लायक नहीं है, परंतु पेंचवर्क भी नहीं कराया जा रहा है। इसी तरह से गेट नं. 4 के समीप भी सडक़ से होकर गुजरने में राहगीरों के अस्थि पंजर हिल जा रहे हैं। पंडा की मढिय़ा से त्रिपुरी चौक सडक़ में गड्ढे ही गड्ढे हैं। इसी तरह धनवंतरि नगर चौराहा से गुरुकुल चौराहा मार्ग में राहगीरों को गड्ढों के बीच सडक़ ढूंढना पड़ रहा है।

532.45 लाख से मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना के तहत सडक़ों का डामरीकरण
5 अप्रेल को 6 घ्ंटे शहर की क्षतिग्रस्त सडक़ों का निगमायुक्त ने किया था निरीक्षण
2 महीने में सडक़ों के निर्माण की कही थी बात
95 सडक़ों के डामरीकरण का निगम ने लिया था निर्णय
24 सडक़ों का निर्माण 18 मई तक कर दिया गया था शुरू
इन सडक़ों का भी हुआ डामरीकरण
शहर की कई सडक़ जो फिलहाल सपाट थीं और नगर निगम की टीम उनके डामरीकरण में जुटी है। मसलन ग्वारीघाट मुख्य मार्ग, छोटी लाइन चौराहा से महानद्दा मार्ग, मालवीय चौक से सुपर मार्केट समेत कई और सडक़ों में डामरीकरण-टायङ्क्षरग का काम किया गया।
दो साल नहीं हुई सडक़ों की मरम्मत
कोरोना काल में दो साल शहर की सडक़ों की मरम्मत नहीं की गई। इसके कारण कई सडक़ों की हालत बहुत ही खराब हो गई। नगर में सडक़ों की हालत को देखते हुए निगम कमिश्नर ने तकनीकी अधिकारियों के साथ सभी सडक़ों का निरीक्षण कर खस्ताहाल सडक़ों के निर्माण का निर्देश दिया था। नब्बे से ज्यादा सडक़ों का निर्माण होना था, लेकिन बदहाल सडक़ों का प्राथमिकता के आधार पर निर्माण नहीं किया जा रहा है।
नगर की सभी सडक़ जो गड्ढेदार और खराब हैं उनका निर्माण किया जाना है। कई सडक़ों का निर्माण कार्य कर लिया गया है, बाकी की टेंडर प्रक्रिया जारी है।
- आरके गुप्ता, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम