जबलपुर

कमाल है… मृत व्यक्ति के मकान को खुद का बताकर ले लिया लाखों का लोन

फर्जी दस्तावेजों से करा ली मृत आदिवासी के मकान की रजिस्ट्री

जबलपुरJul 08, 2018 / 12:05 am

Premshankar Tiwari

मृत व्यक्ति के मकान को खुद का बताकर ले लिया लाखों का लोन

जबलपुर। जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों से राइट टाउन स्थित मृत आदिवासी के मकान की अपने नाम पर रजिस्ट्री कराई। फिर उस पर 11.75 लाख रुपए का होम लोन भी ले लिया। इसका खुलासा तब हुआ, जब बैंक के अधिकारी लोन की किश्त लेने के लिए नोटिस रिसीव कराने घर पहुंचे। लार्डगंज पुलिस ने फाइनेंस कम्पनी के कर्मी की शिकायत पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनाने का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।

ऐसे खुला राज
एसआई मदनलाल बिहुनिया ने बताया, शंकर नगर नागपुर निवासी कमलेश श्रीवास ने शिकायत दर्ज कराई कि वह वह कोटक महिंद्रा बैंक में मैनेजर है। बैंक ने पूर्व में राइट टाउन स्थित सिटी फाइनेंस कम्पनी का अधिग्रहण किया है। वर्ष 2010 में सिटी फाइनेंस कम्पनी से सिविल लाइंस निवासी अजय जायसवाल और उनकी पत्नी ऊषा जायसवाल ने फजीवाड़ा कर शंकरशाह स्थित मकान की रजिस्ट्री अपने नाम पर करा ली। जबकि यह मकान आदिवासी प्रभुनाथ कोल के नाम पर था। प्रभुनाथ की 2009 में मौत हो चुकी है।

ले लिया होम लोन
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी कि जालसाजों ने प्रभुनाथ कोल के स्थान पर प्रभुनाथ वर्मा को खड़ा कर रजिस्ट्री कराई और इसके आधार पर 11.75 लाख रुपए का होम लोन लिया। साथ ही प्रभुनाथ कोल के लडक़ों से नासिर कुरैशी नाम के व्यक्ति ने रजिस्ट्री कराई। नामांतरण के दौरान पता चला कि उक्त मकान बैंक में बंधक है। बैंक ने किश्त जमा नहीं होने पर नोटिस भी भेजा था। बैंक वालों ने मौके पर जाकर पता किया तो वहां कुरैशी का परिवार काबिज मिला। बैंक ने लोन के आधार पर मकान बंधक होने की बात कही। इस पर कुरैशी कोर्ट चला गया। जहां से 20 जून 2018 को मामला दर्ज करने के लिए लार्डगंज पुलिस को आदेश हुआ था। पुलिस ने अजय जायसवाल, ऊषा जायसवाल, प्रभुनाथ वर्मा व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शहर के पॉश इलाके में स्थिति मकान को हड़पने के लिए आरोपितों द्वारा रचे गए षडय़ंत्र को सुनकर पुलिस कर्मी भी हैरान हंै।

 
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