रोपे जा रहे पौधों के सामने लगाए जाएंगे बारकोड, प्रदेश में अपने किस्म का पहला प्रोजक्ट
मदनमहल पहाड़ी का हर पेड़ खुद बताएगा अपनी पहचान और गुणों की खासियत
स्मार्ट फोन से स्के न करने पर मिलेगी पेड़ की पूरी जानकारी
20 लाख रुपए की होगी लागत
मदन महल पहाड़ी का कायाकल्प कर इसे सिटी पार्क के रूप में विकसित कर रही कंपनी स्मार्ट सिटी प्रालि ने यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। शुरुआती चरण में अब तक लगाए जा चुके बीस हजार पौधों में बार कोड लगाए जाएंगे। शेष चालीस हजार पौधों के रोपण व सम्हलने के बाद उनमें यह डिवाइस लगाई जाएगी। इस कार्य की लागत करीब 20 लाख रुपए आकलित की गई है।
पेड़ के सामने लगेगा बार कोड
स्मार्ट सिटी प्रालि के आईटी सेल ने प्रोजेक्ट का खाका व प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अनुसार रोपे गए पेड़ों के सामने एक तख्तीनुमा लकड़ी पर ये बार कोड लगाए जाएंगे। इनका आकार 1.5 गुणा 1 इंच का होगा। इन्हें इस तरह लगाया जाएगा कि इससे पेड़ को या इको सिस्टम को कोई नुकसान न पहुंचे।
दो माह बाद शुरू होगा काम- इस प्रस्ताव को कंपनी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में रखकर अनुमोदन कराया जाएगा। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही बार कोड लगाने का काम आरंभ कर दिया जाएगा। बैठक दो माह बाद होगी।
हाईकोर्ट की मंशा के अनुरूप पेड़ लगाए जा रहे हैं। इन पर बार कोड लगाने का प्रस्ताव है। यह मप्र में अपने किस्म का पहला प्रयोग है।
– केएल कावरे, प्रोजेक्ट मैनेजर स्मार्ट सिटी
हिन्दी-अंग्रेजी में मिलेगी जानकारी
पेड़ के सामने लगा बार कोड पर्यटकों की पहुंच में होगा। इसे स्मार्ट फोन के जरिए स्कैन करन होगा। स्कैन करते ही स्मार्ट फोन इंटरनेट की मदद से संबंधित पेड़ की सारी जानकारियां दिखाने लगेगा। जानकारी अंग्रेजी, हिंदी में उपलब्ध होगी।