जबलपुर में ऐसा ही हृदयविदारक मामला सामने आया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में यह घटना हुई है। जिसने भी सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए। मरीज को बचाने के लिए लेने आया एंबुलेंस चालक ही हैवान बन गया और उसने बुजुर्ग महिला की जान ले ली।
दरअसल, मरीज के परिजनों ने बुजुर्ग महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की बुकिंग की थी। लेकिन, बाद में मरीज के परिजन ने बुकिंग कैंसिल कर दी तो उससे नाराज ड्राइवर हैवान बन गया और उसने मरीज को ही बेड पर से धक्का दे दिया। लड़ाई झगड़े और धक्के का ऐसा सदमा मरीज पर पहुंचा कि उसने वहीं दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि अस्पताल से जुड़ी एम्बुलेंस के ड्राइवर और वार्ड ब्वाय ने एक मरीज के परिवार के साथ मारपीट कर दी। इस घटना में बुजुर्ग महिला की धक्का-मुक्की के दौरान मौत हो गई। मामला अब थाने पहुंच गया है और एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
पुलिस के अनुसार नरसिंहपुर जिले के रहने वाले हेमंत सिंह अपनी नानी फूलबाई को लेकर जबलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आए थे। उनके लिवर में इंफेक्शन हो गया था। फूलबाई को आइसीयू में एडमिट किया गया था। इलाज के बाद राहत मिली तो उन्हें जनरल वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उसी वक्त फूलबाई के बाजू वाले पलंग पर भर्ती एक मरीज की मौत हो गई। परिवारवालों ने उनका पार्थिव शरीर ले जाने के लिए एक एंबुलेंस बुक करानी चाही, लेकिन उसने 8 हजार रुपए किराया बताया। यह रुपया अधिक होने के कारण परिवार ने फूलबाई के नाती हेमंत से मदद मांगी। हेमंत ने तत्काल ही दूसरी एम्बुलेंस चालक से बात कर 4 हजार रुपए में एंबुलेंस की व्यवस्था करवा दी।
इसी बात से एंबुलेंस का ड्राइवर गुस्सा हो गया। ड्राइवर वार्ड ब्वाय के साथ वार्ड तक पहुंच गया। दोनों हेमंत के साथ मारपीट करने लगे। मारपीट के दौरान ड्राइवर ने बीमार बुजुर्ग फूल बाई को धक्का दे दिया, जिससे उनकी नाम से खून बहने लगा और सदमें के कारण कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। वार्ड में मौजूद डाक्टरों ने एंबुलेंस चालक और ड्राइवर को रोकने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं रुके, वे मारपीट करते रहे। डायल 100 को फोन करने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत के बाद केस रजिस्टर्ड कर लिया गया है। खास बात यह है कि जिस समय यह घटना हुई, वहां पर सीसीटीवी कैमरे बंद थे।