scriptकेंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की | Amit Shah lays wreath at statue of Shaheed Shankarshah and Kunwar Raghunath Shah | Patrika News

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की

locationजबलपुरPublished: Sep 18, 2021 01:07:27 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-जबलपुर पहुंचने पर गृहमंत्री का जोरदार स्वागत-सीएम शिवराज सिंह चौहान व अन्य मंत्रियों ने भी किया शाह का स्वागत-आदिवासी समाज और पुलिस में विवाद, नारेबाजी

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

जबलपुर. अमर शहीद राजा शंकरशाह और कुंवर रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस के मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करने जबलपुर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार की सुबह जबलपुर पहुंचे। यहां डुमना एयरपोर्ट से लेकर माल गोदाम शहीद स्थल तक शाह के स्वागत का दौर चला। शहीद स्थल पर पहुंच कर गृहमंत्री ने अमर शहीद पिता-पुत्र की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। फिर वह गैरिसन ग्राउंड में आदिवासी सम्मेलन में शामिल होने पहुंच गए। इस बीच माल गोदाम शहीद स्थल पर गोंड राजा शंकरशाह-कुंवर रघुनाथ शाह के पूजन को लेकर आदिवासी समाज और पुलिस में विवाद पैदा हो गया और नारेबाजी होने लगी। गोंड समाज के विवाद पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और कहा कि कम से कम आज के दिन तो कांग्रेसजनों को ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए। यह गोंडवाना समाज के और देश के शहीद का बलिदान दिवस है। बता दे कि केंद्रीय गृहमंत्री शनिवार को जबलपुर में आट घंटे बिताएंगे। इस बीच आयोजन स्थल पर आदिवासियों ने पगड़ी बांधकर गृहमंत्री व मुख्यमंत्री का स्वागत किया। साथ ही धनुष-बाण भेंट किया।
आदिवासी समाज का विरोध प्रदर्शन
केंद्रीय गृहमंत्री के जबलपुर आगमन को लेकर पुलिस व प्रशासन की ओर से अभेद्य सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। यहां तक कि आयोजन स्थल तक पहुंचने वाले हर शख्स के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना भी सुनिश्चित कराया जा हा है। बिना मास्क पहने किसी को आने की इजाजत नहीं है। यहां तक कि मास्क न पहनने के चलते डिंडौरी विधायक को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया, जब उन्होंने मास्क पहना तभी उन्हें अंदर जाने को मिला। अमित शाह के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित तमाम दिग्गज नेता इस मौके पर आदिवासी सम्मेलन में भाग लेने को पहुंच चुके हैं।
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गैरिसन ग्राउंड में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में शामिल होने के लिए जबलपुर जोन के लगभग सभी जिलों से करीब तीन हजार आदिवासियों के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में आदिवासी समाज के लोगों को भाजपा से जोड़ने का अभियान भी शुरू होने वाला है। इसे पार्टी ने जनजातीय समाज जोड़ो अभियान नाम दिया है। यह अभियान आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा के जन्मदिवस 15 नवंबर तक चलेगा। यहां एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है जिसमें आदिवासी समाज के वीर क्रांतिकारियों के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी।
कांग्रेस दिग्गज भी भाजपा को जवाब देने की तैयारी में

उधर, कांग्रेस ने भी बलिदान दिवस कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, ओमकार सिंह मरकार सुबह पहुंच गए।युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया भी जबलपुर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा पार्टी की ओर से सभी आदिवासी विधायक लखनादौन से योगेंद्र, डिंडोरी से ओमकार मरकाम, डॉक्ट अशोक मर्सकोले, कटनी से बसंत सिंह और जिले के चारों विधायक शामिल होने वाले हैं। कांग्रेस का कार्यक्रम गृहमंत्री के कार्यक्रम के बाद दोपहर 1.00 बजे से शुरू होना है। पार्टी के महानगर अध्यक्ष दिनेश यादव के मुताबिक सभी कांग्रेसजन परंपरागत तरीके से शहीद स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद आदिवासी समाज की वर्तमान समस्याएं, जनकल्याण के लिए जरूरी नीतियों पर चर्चा होगी। इससे पहले युवा कांगेस की बाइक रैली निकालेगी, जो अधारताल बिरसा मुंडा चौक से मालगोदाम शहीद चौक तक जाएगी। इस मौके पर कांग्रेस दिग्गज आदिवासी समुदाय के सामने बीजेपी की पोल खोलने की तैयारी में हैं।
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