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जबलपुर का आपूर्ति सिस्टम ध्वस्त, घरों में आ रहा दूषित पानी, देखें वीडियो

locationजबलपुरPublished: Sep 18, 2019 08:15:38 pm

– वाटर मॉनीटरिंग डे आज : नगर निगम की अनदेखी व लापरवाही से पाइप लाइन में सुराख ही सुराख

Water supply has moved forward in bhilwara

Water supply has moved forward in bhilwara

जबलपुर. शहरवासी टायफाइड, पीलिया, पेट दर्द आदि बीमारियों से पीडि़त हो रहे हैं। बरसात में जल जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। अस्पतालों में पीडि़त मरीजों की भीड़ है। शहरवासियों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। नलों में मटमैला गंदा पानी आ रहा है। लोग ये ही पानी पीने मजबूर हैं। कहने को नगर निगम के पास करोड़ों रुपये की लागत से स्थापित चार बड़े जल शोधन संयंत्र हैं और जलापूर्ति व्यवस्था पर हर महीने करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। सप्लाई लाइन के पाइप में जगह-जगह मौजूद सुराख समूची व्यवस्था का बेड़ागर्क कर रहे हैं।
जलापूर्ति के दौरान सड़े-गले पाइप से होकर ड्रेनेज का गंदा पानी लोगों के घरों में पहुंच रहा है। पिछले साल बारिश सीजन में शहर में जल जनित बीमारियों के बड़ी संख्या में मामले सामने आए थे। इसके बावजूद निगम के जिम्मेदारों ने कोई सबक नहीं लिया। निगम प्रशासन जल तंत्र की निगरानी का आज तक कोई सिस्टम विकसित नहीं कर सका है। जिससे की सप्लाई लाइन के क्षतिग्रस्त पाइप चिन्हित कर उन्हें तत्काल बदला जा सके। इसके कारण लीकेज से रोजाना लाखों गैलन पानी व्यथ बर्बाद हो जाता है।
रोजाना खप रही जल शोधन सामग्री
ललपुर, रमनगरा, भोंगाद्वार व रांझी जल शोधन संयंत्र में जल शुद्धिकरण के लिए रोजाना बड़े पैमाने पर एलम, लाइम व क्लोरीन का उपयोग किया जा रहा है। ललपुर में निगम की लेबोरेटरी भी बनी हुई है। जिसके आधार पर निगम प्रशासन शुद्ध जल आपूर्ति का दावा करता है। लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है।
सैम्पल जांच में भी हुआ था खुलासा
पेट से संबंधित बीमारियां होने पर तीन सौ लोगों ने पीने के पानी की जांच कराई थी। शांति नगर दमोहनाका निवासी रोहित यादव की ओर से पेय जल के सैम्पल की जांच कराने पर टोटल कोलीफार्म 240, ई कोलाई 96 पाया गया था। इसी तरह से कटरा तिराहा अधारताल निवासी नौशाद ने पानी के सैम्पल की जांच कराई तो टोटल कोलीफार्म 230, ई कोलाई 50 पाए गए। गुलौआ निवासी संदीप कुमार जैन के द्वारा सैम्पल जांच कराने पर पानी में टोटल कोलीफार्म 2400, ई कोलाई 250 पाए गए। संजीवनी नगर निवासी रमाकांत चौबे ने सैम्पल जांच कराई तो पानी में टोटल कोलीफार्म 0, ई कोलाई की संख्या 110 थी। इसी प्रकार से गोहलपुर निवासी नरेन्द्र पटेल व रजा चौक निवासी संदीप कुमार के द्वारा कराई गई पानी की जांच में टोटल कोलीफार्म व ई कोलाई की मात्रा बहुत ज्यादा पाई गई थी। जबकि पेयजल में टोटल कोलीफार्म व ई कोलाई की मात्रा 0 होना चाहिए।
जलापूर्ति का आधार होती है ये टेस्टिंग रिपोर्ट
गुण-इकाई स्वीकार्य अस्वीकार्य
पीएच स्केल 7.0 से 8.5 6.5 से 9.2,
टोटल एल्कालिनिटी(मिग्रा.ली) 9 से 100 9 से 125,
क्लोराइड (मिग्रा.ली) 200 1000,
नाइट्रेट(मिग्रा.ली) 20 45
टोटल हार्डनेस(मिग्रा.ली) 200 600
कैल्शियम हार्डनेस(मिग्रा.ली) 75 200
मैग्नीशियम हार्डनेस(मिग्रा.ली) 30 150,
टोटल डिसाल्वड सालिड्स(मिग्रा.ली) 500 1500,
आयरन(मिग्रा.ली) 0.1 1.0
फ्लोराइड(मिग्रा.ली) 1.0 1.5
सल्फे ट(मिग्रा.ली) 200 400
सीओडी(मिग्रा.ली) 10
बीओडी(मिग्रा.ली) 6
रेसीडुअल क्लोरीन,(मिग्रा.ली) 0.2 10
नाइट्रेट(मिग्रा.ली)

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