सीवर लाइन, पानी की पाइप लाइन और फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर जहां-तहां खुदी पड़ीं शहर की सड़कें और उनसे होने वाली तकलीफ से जनप्रतिनिधियों ने जबलपुर जिले के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव को अवगत कराया। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के बगल में सड़क चलने लायक नहीं है। डायवर्सन पर संकेतक गायब हैं। बड़े गड्ढों को खाली छोड़ दिया गया है। न तो नगर निगम इस पर ध्यान दे रहा न प्रशासन। नालों पर करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी उनका सही उपयोग नहीं हो रहा। पीएम आवास योजना के भवन पूरे नहीं हो रहे। तीसरी किस्त में आनकानी का मुद्दा भी छाया रहा। कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में शुक्रवार को शहर के विकास कार्य, फ्लाईओवर, उर्वरक की उपलब्धता और स्मार्ट सिटी के कामों की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में शहर से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया गया। प्रभारी मंत्री ने सभी की बातों को सुना। सड़कों के मामले पर कहा कि इनकी जानकारी ली जाएगी यह किसकी हैं। नगर निगम, जेडीए या पीडब्ल्यूडी की। इन्हें बारिश के बाद सुधारा जाएगा। शहर में एक भी सड़क नहीं मिलेगी जिसकी शिकायत मिले।
विधायक तरुण भनोत ने पीएम आवास योजना का मामला उठाया। उनका कहना था कि किस्त को लेकर लोगों को परेशान किया जा रहा है। विधायक अशोक रोहाणी ने भी भवनों को जल्द पूरा कराने की बात कही। विधायक लखन घनघोरिया ने कहा कि एलएंडटी द्वारा जो नाले बनाए गए, वह जानलेवा हैं। इन्हें सकरा कर दिया गया है। बरसात में पानी भरता है। विधायक अजय विश्नोई ने कहा कि नालों का निर्माण मूल डिजाइन के अनुरूप होना चाहिए था। विधायक संजय यादव ने बरगी विधानसभा में स्पोट्र्स काम्प्लेक्स के निर्माण की बात कही। बैठक के दौरान लोक निर्माण मंत्री भार्गव ने कहा कि दमोहनाका से मदनमहल तक फ्लाई ओवर के निर्माण को गति प्रदान कर यूटिलिटी शिफ्टिंग एवं भू-अर्जन के कार्य शीघ्र पूरे किए जाएं। उन्होंने फ्लाईओवर को दमोहनाका तक बढ़ाने के विधायकों से मिले सुझाव पर लोक निर्माण विभाग को तकनीकी पहलुओं का अध्ययन करने के निर्देश दिए। भार्गव ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों में विधायकों की राय ली जाए। उन्होंने कहा कि शहर में पीडब्ल्यूडी सहित सभी विभागों की रिक्त एवं अनुपयोगी भूमि को चिन्हित किया जाए।