एमडी ने प्लांट का हाजिरी रजिस्टर चेक किया तो पाया कि हेल्पर के अलावा किसी की कोई प्रविष्टि नहीं थी। इस पर जवाब मांगा तो हर कोई एक दूसरे पर काम न करने का आरोप लगाने लगा। एमडी के सामने ही अधिकारी आपस में उलझ गए। अधीक्षण यंत्री पीसी मिश्रा ने भी प्रबंधक से कहा कि उनके अधीनस्थ, बार-बार नोटिस के बावजूद सुनने तैयार नहीं होते हैं। ज्यादातर अधिकारी बरगी की बजाए जबलपुर में ही रहते हैं वहीं से मनमाने तरीके से नौकरी पर आते हैं। कर्मचारियों ने कहा कि कई अफसर तो बिना सूचना के ही काम पर नहीं आते हैं। उनकी छुट्टियों का भी हिसाब किताब नहीं होता है इस संबंध में जब उनसे सवाल करो तो उल्टा कंपनी प्रबंधन तक झूठी शिकायत भेजने लगते हैं। एमडी ने स्टोर का निरीक्षण किया तो पाया कि वहां बेतरतीब तरीके से स्क्रैप बिखरा पड़ा है। इसे लेकर उन्होंने नाराजगी भी जताई।