दावा है कि कोरोना होने के 10 दिन के अंदर यह इंजेक्शन के लगाने से मरीज गम्भीर स्थिति तक नहीं पहुंचता। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (donald trump) को यह इंजेक्शन लगाया गया था। अमेरिका से प्रदेश को एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्शन की मिली एक हजार डोज में सौ मेडिकल कॉलेज भेजी गई है। एक इंजेक्शन की कीमत लगभग साठ हजार बताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज में मरीजों को इसे नि:शुल्क लगाया जाएगा। इसकी एक डोज की कीमत करीब 60 हजार रुपए है।
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मरीज की सहमति पर लगेंगे, रेकॉर्ड भेजा जाएगा
मेडिकल कॉलेज को एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्शन (antibody cocktail injection) की पचास शीशी मिली है। एक वॉयल में 20-20 एमएल के दो डोज है। कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीज पर इंजेक्शन अभी बतौर ट्रॉयल लगाए जाएंगे। इसे लगाने से मरीज की सहमति निर्धारित प्रारुप में लेना होगा। इसके मरीज पर प्रभाव का आंकलन कर डॉक्टर रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसकी बिंदुवार जानकारी सरकार को भेजना है।
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दो दवाइयों का मिश्रण है
एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्शन, दो दवाइयों कैसिरिविमैब और इमदेविमैब का मिश्रण है। शहर के दो निजी अस्पतालों ने भी एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्शन की कुछ डोज मंगाए। लेकिन, महंगे होने के कारण मरीज इसे लगाना नहीं चाह रहे। यह इंजेक्शन हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीज को लगना है। मेडिकल कॉलेज में ज्यादातर गम्भीर मरीज भर्ती हैं।
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कैसिरिविमैब एंड इमदेविमैब इंजेक्शन ( Casirivimab and Imdevimab) के 50 वॉयल आए हैं। इसे कोरोना मरीजों को लगाया जाएगा। शासन की गाइडलाइन के अनुसार मरीजों को यह लगेगा।
– डॉ. पीके कसार, अधिष्ठाता, नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज