सेना में इस्तेमाल होने वाले कारतूस की जब्ती से हडक़म्प
युवक के पास सेना में इस्तेमाल होने वाले कारतूस की जब्ती से हडक़म्प मच गया। इससे पहले सीओडी से जुलाई 2018 में एके-47 चोरी कर बदमाशों, आतंकी व नक्सलियों तक पहुंचाने की साजिश सामने आ चुकी है। वर्ष 2012 से पाट्र्स के रूप में सीओडी के ही स्टोर मैनेजर सुरेश ठाकुर और रिटायर्ड हो चुके पुरुषोत्तम रजक 80 से अधिक एके-47 सहित एसएलआर व अन्य असलहे बिहार के मुंगेर में तस्करों को बेच चुके हैं। अब एक बार फिर इस तरह से कारतूस का मिलना एक नए एंगल को जन्म दे रहा है। पुलिस भी इसकी गम्भीरता से जांच करने में जुटी है।
सवाल एक कारतूस का नहीं –
पुलिस के हाथ भले ही एक कारतूस लगी हो, लेकिन ये बड़ा मामला है। आम लोगों के लिए उपलब्ध न होने के बावजूद इस तरह से कारतूस का मिलना कुछ और ही संकेत दे रहा है। इसे लेकर खूफिया एजेंसियां भी चौकस हो गईं हैं। इस प्रकरण पर मिलिट्री इंटेलीजेंस भी नजर रखे हुए हैं और वह भी अमित से पूछताछ करने की तैयारी में है।