कक्षा 7वीं की छात्रा सिनयोरा स्वामी अंडर 14 गल्र्स टीम में शामिल हुईं और पुरस्कार जीते। इसके साथ ही विशाखापट्टनम में हुए नेशनल टूर्नामेंट में सहभागिता की। जूनियर लेवल प्रतियोगिता में भाग लेकर सिनयोरा शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। उनका कहना है कि वे भी नेशनल टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल लाएंगी और इंटरनेशनल लेवल के लिए भी खुद को तैयार कर रही हैं।
अब तक नौ गोल्ड मेडल
कक्षा 12वीं में पढऩे वाले यूनिस इलाही दौड़कर वह उड़ान भरना चाहते है, जिससे अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सकें। वह सीबीएसइ क्लस्टर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर में गोल्ड मेडल, सौ मीटर में ब्राउंस मेडल प्राप्त कर चुके हैं। इसके साथ रायपुर में हुए राष्ट्रीय एथलेटिक्स टूर्नामेंट में भागीदारी की। इसके साथ ही कई स्टेट और लोकल कॉम्पीटिशन में जगह बनाई है। यूनिस को अभी तक नौ गोल्ड मेडल मिल चुके हैं। यूनिस अपनी इस सफलता का श्रेय कोच रोहित राणा को देते हैं।
बने स्टेट चैम्पियन
कक्षा 12 वीं के छात्र रवि प्रताप सिंह भोपाल में हुए स्कूल लेवल स्टेट टूर्नामेंट में शहर के रवि प्रताप सिंह ने चार सौ मीटर में गोल्ड मेडल हासिल किया। रवि का कहना है कि वे नेशनल लेवल टूर्नामेंट में पार्टिसिपेंट रह चुके हैं। अब उनकी लगातार यही कोशिश होगी कि राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल लेकर आएं। रवि के कोच काशी वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए रवि रोजाना स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए आते हैं। वर्मा के अनुसार रवि जिस अंदाज में मेहनत कर रहे हैं, उससे उन्हें सफलता जरूर मिलेगी। उनमें गजब जुनून भी नजर आता है।
कई मेडल किए नाम
सातवीं कक्षा के मयंक पटेल जूनियर लेवल पर नेशनल और स्टेट टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। मयंक ने विशाखापट्टनम में नेशनल लेवल पर 600 मीटर इवेंट में थर्ड पोजिशन और स्टेट लेवल पर सौ मीटर में फस्र्ट रैंक हासिल की।
चाचा देते हैं ट्रेनिंग
हरमीत कौर संधू ने बताया कि वे डिस्ट्रिक्ट और स्टेट लेवल एथलेटिक टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। वे अब नेशनल की तैयारी कर रही हैं। हरमीत के चाचा कुलदीप एस. संधू भी नेशनल एथलीट रह चुके हैं।