कई जगह एटीएम में नो कैश के बोर्ड लगा दिए गए हैं। कई जगह स्क्रीन पर सेवा अस्थाई रूप से बाधित होना या नकदी नहीं होने की सूचना प्रदर्शित हो रही है। इससे आम आदमी बेहद परेशान है। इस स्थिति को देखते हुए लोग नोटबंदी के दौर को याद करने लग जाते हैं। उनका कहना है कि बैंकों को नोट का पर्याप्त इंतजाम करना चाहिए। सिविल लाइन निवासी सरला अग्निहोत्री ने बताया कि वह नागरथ चौक स्थित एसबीआई के एटीएम से पैसे निकालने गई लेकिन एटीएम में नो कैश का बोर्ड लगा था। जब वह दूसरी जगह पैसे निकालने गई तो वहां भी यही स्थिति रही। इसी तरह रांझी निवासी करण गोस्वामी ने बताया कि उन्हें भी एटीएम कैश नहीं मिला।
400 से ज्यादा एटीएम
जिले मे सभी राष्ट्रीयकृत एवं निजी बैंकों के 400 से अधिक एटीएम संचालित हो रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा एटीएम २५० एटीएम अकेले भारतीय स्टेट बैंक के हैं। इसके अलावा यूनियन बैंक ३५, पंजाब नैशनल बैंक के ३८, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के ३६ एवं दूसरे प्रमुख बैंकों के एटीएम भी करीब इतने हैं।
नकदी की कमी है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में एटीएम में पैसा नहीं डाला जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक को जरुरत के मुताबिक नकदी आवंटित करने के लिए पत्र भेजा गया है। उम्मीद है जल्द ही स्थितियां सामान्य हो जाएंगी।
– प्रभाष कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक