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ओमती पुलिस का कारनामा-खुलासा कैसे करेंगे
जब एफआइआर दर्ज करने में ही लगा दिए 45 दिन
छह दिसंबर 2018 को सेना में सूबेदार ने दी थी सूचना
एटीएम की क्लोनिंग कर खाते से 1.15 लाख निकालने का मामला
जानकारी के अनुसार छह दिसम्बर को रिज रोड स्थित मुख्यालय मुख्य अभियंता (आर्मी) में पदस्थ सूबेदार शैलेन्द्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका खाता एसबीआइ में है। एक दिसंबर को वह शाम 5 बजे मुख्य ब्रांच स्थित एटीएम से पैसे निकालने गए थे। अंदर लाइन लगी थी, उसके आगे लगे आदमी ने खुद से पहले उसे पैसे निकालने का ऑफर दिया। कारण बताया कि उसे कई ट्रांजेक्शन करने हैं। शैलेन्द्र ने एक बार प्रोसेस किया तो पिन गलत बताया। दूसरी बार में प्रोसेस पूरा हो गया और वह पैसे लेकर घर चला गया। 2 दिसंबर की सुबह उठा तो मोबाइल में तीन कैश ट्रांजेक्शन के एसएमएस थे, जिसे चैक किया तो खाते से एक लाख 15 हजार रुपए निकल चुके थे। सर्विस सेंटर के माध्यम से एटीएम ब्लॉक कराया। बैंक से स्टेटमेंट प्राप्त किया तो पता चला कि पैसा एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किया गया है, जिसमें दोनों एटीएम के 16 डिजिट नंबर, व्यक्तियों के नाम लिखे हैं। पूरी रकम उसके खाते से योगेंद्र कुमार व हरीराम बर्मन नाम के व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। ओमती पुलिस ने सोमवार को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
बीएसएनएल कर्मी के प्रकरण में भी खुलासा नहीं
ऐसी ही शिकायत गढ़ा थाने में बीते दिनों पुनीत नगर अधारताल निवासी 65 वर्षीय लक्ष्मी नारायण साहू ने दर्ज करायी थी। बीएसएनएल से रिटायर्ड साहू के खाते से जालसाजों ने 1.16 लाख रुपए एटीएम क्लोनिंग कर निकाल लिए। वे भी भी दो दिसंबर 2018 को अधारताल स्थित एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे थे।