news fact- नर्मदा नाट्य समारोह का आगाज
समारोह एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी केन्द्रीय क्रीड़ा व कला परिषद के संयुक्त आयोजन में हो रहा है। इस नाटक के लेखक व्यंग्यकार स्व. केपी सक्सेना हैं। इसका निर्देशन दिनेश प्रधान ने किया है। नाटक लोगों को खूब ठहाके लगाने में मजबूर करता है, क्योंकि इस नाटक का कहानी अनोखी है। कहानी में पिता घर से गायब हो जाता है। घर वाले इश्तहार देते हैं कि जो ढूंढकर लाएगा, उसे इनाम दिया जाएगा। ऐसे में लोग कई नकली बाप लेकर आते हैं। बेटा परेशान हो जाता है। अंत में जब असली पिता घर आता है तो बेटा अपने पिता को ही नहीं पहचान पाता। हंसी, ठहाकों के बीच गंभीर बात कहने का प्रयास किया गया है।
नाटक में बाप के भाग जाने या खो जाने के बहाने से उन ऊंचे लोगों पर भी हास्य-व्यंग्य किया गया है, जहां आधुनिक माहौल में पुरानी परंपरागत मान्यताओं वाले पिता किसी पुराने बर्तन की तरह समझे जाते हैं। धीरज भटनागर, अमित शर्मा, सुदर्शनी माथुर, सर्वेश व्यास, विनोद जोशी, महेंद्र सैनी, संजय मीणा, पूजा जांगिड़, संजय सोयल और लव सोनी ने अभिनय किया। एजीएम वीरेन्द्र साहू समेत बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे। कार्यक्रम उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक प्रभारी अजय गुप्ता में मार्गदर्शन में हुआ।
प्रस्तुति आज- शुक्रवार को दिल्ली का रंग विशारद थिएटर क्लब के कलाकार रसिक संपादक नाटक का मंचन करेंगे।